महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने फिर से सीएम बनने के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उनसे सवाल किया गया कि क्या फिर से सीएम बनने की इच्छा है, इस पर उन्होंने कहा कि राजनीति में 'अगर-मगर' की कोई जगह नहीं है. बीबीसी मराठी से बातचीत के दौरान उन्होंने ये बात कही. उन्होंने कहा कि वो जिस भूमिका में हैं, उसमें काम करते हैं.


कब से कब तक रहे सीएम?


महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा भूचाल तब आया था जब जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कुछ विधायक उद्धव ठाकरे से अलग हो गए. उद्धव ठाकरे की शिवसेना टूट गई. इस राजनीतिक घटनाक्रम ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा. उद्धव ठाकरे से अलग होने के बाद उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बनाने का फैसला किया. इस खबर के सामने आने के बाद ये माना जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे. लेकिन आखिरी समय में एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा हुई. 30 जून 2022 को उन्होंने सीएम पद की शपथ ली.


करीब ढाई साल रहा सीएम का कार्यकाल


पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी महायुति में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. सीएम पद को लेकर सस्पेंस शुरू हो गया. लेकिन  28 नवंबर 2024 को सब साफ हो गया. लंबी बातचीत के दौर के बाद देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगी. एकनाथ शिंदे ने 28 नवंबर को सीएम पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया. लेकिन फडणवीस के सीएम बनने तक वो कार्यवाहक सीएम के तौर पर काम करते रहे. 5 दिसंबर 2024 को देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली. इस तरह से एकनाथ शिंदे करीब ढाई साल तक महाराष्ट्र के सीएम रहे.


पांच बार के हैं विधायक


महाराष्ट्र के ठाणे जिले की कोपरी-पचपखाड़ी विधानसभा सीट से एकनाथ शिंदे चुनाव जीतते रहे हैं. साल 2004, 2009, 2014, 2019 और 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की. ठाणे को डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का गढ़ माना जाता है.