Eknath Shinde on Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि शिवसेना को लोकसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) से कम सीटें मिलीं, लेकिन उनकी पार्टी का स्ट्राइक रेट बेहतर रहा.


शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से नौ पर जीत हासिल की, जबकि शिंदे गुट 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारकर सात निर्वाचन क्षेत्रों में विजयी हुआ.


क्या बोले सीएम एकनाथ शिंदे?
यहां एक सभा में बोलते हुए, जहां उन्होंने 547 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी, शिंदे ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए आरक्षण को खत्म करने के लिए संविधान में बदलाव के बारे में विपक्ष के झूठे बयान ने सत्तारूढ़ गठबंधन को प्रभावित किया.


शिंदे ने कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस शामिल हैं, ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 30 पर जीत हासिल की, लेकिन इसका वोट शेयर और महायुति (शिवसेना, बीजेपी और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का सत्तारूढ़ गठबंधन) का वोट शेयर लगभग बराबर था. शिवसेना को (उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट की तुलना में) कम सीटें मिलीं, लेकिन हमारा स्ट्राइक रेट ज्यादा था.


जिन 13 सीटों पर शिवसेना और शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीधा मुकाबला था, उनमें से हमने सात पर जीत हासिल की. ​​उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी मेरी रोजाना आलोचना करती है, लेकिन मैं अपने काम से जवाब दूंगा, जैसे भंडारा के विकास के लिए 547 करोड़ रुपये देना. उन्होंने लोगों से जून 2022 से उनकी सरकार द्वारा किए गए कार्यों और एमवीए सरकार के कार्यों की तुलना करने को कहा, जो ढाई साल से सत्ता में है.


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मराठा समुदाय को कोटा देने से ओबीसी को अन्याय का सामना नहीं करना पड़ेगा. मराठा कार्यकर्ता आरक्षण का लाभ उठाने के लिए समुदाय के सदस्यों के लिए कुनबी प्रमाण पत्र की मांग कर रहे हैं, जिसका अन्य पिछड़ा वर्ग के संगठनों ने विरोध किया है, उनका कहना है कि इससे कोटा लाभ में उनकी हिस्सेदारी कम हो जाएगी.


ये भी पढ़ें: आइसक्रीम में उंगली मिलने के मामले में हुआ बड़ा खुलासा, ऑपरेटर मैनेजर की ब्लड रिपोर्ट आई सामने