Maharashtra News: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह 'लड़की बहिन' जैसी योजनाओं को लेकर झूठी जानकारी फैला रहा है. सीएम शिंदे ने कहा कि वे हमारी योजनाओं के खिलाफ हाई कोर्ट भी गए लेकिन फैसला हमारे पक्ष में आया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता ने नागपुर कोर्ट में भी याचिका डाली थी.
छत्रपति सांभाजीनगर में 'माझी लड़की बहिन योजना' को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, ''विपक्ष केवल लड़की बहिन जैसी हमारी योजनाओं को लेकर गलत जानकारी फैला रहा है. हम आपके खाते में पैसा डिपॉजिट कर रहे हैं और विपक्ष हमारी योजनाओं के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट भी गया लेकिन हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया और आदेश हमारे पक्ष में आया. विपक्ष ने खिचड़ी स्कैम और अन्य स्कैम के जरिए भ्रष्टाचार किया है.''
योजना के खिलाफ डाली गई थी जनहित याचिका
दरअसल, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट ने इस योजना के खिलाफ याचिका जनहित दाखिल की थी. जिस पर हाई कोर्ट ने कहा था कि ये कल्याकारी योजनाएं उन लोगों के लिए जरूरी हैं जो वंचित हैं. संविधान के अनुच्छेद 15 के तहत राज्यों को अधिकार है कि वे उनके लिए लाभकारी योजनाएं बना सकते हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने भी किया था यह दावा
सिंतबर में देवेंद्र फडणवीस ने ऐसा आरोप लगाया था कि नागपुर के एक सोशल एक्टिविस्ट अनिल वडपल्लीवार ने लड़की बहिन योजना को चुनौती देते हुए जनहित याचिका दायर की है. जिनका कांग्रेस से गहरा संबंध है. फडणवीस ने दावा किया था कि वडपल्लीवार ने नाना पटोले, सुनील केदार, नागपुर कांग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे और नागपुर के पूर्व सांसद विलास मुत्तेमवार के चुनावी एजेंट के रूप में काम किया था.
इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद देने का प्रावधान है. इसकी कुछ किस्तें भी महाराष्ट्र सरकार ने जारी की हैं. बता दें कि विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने इस योजना को चुनावी जुमला करार दिया था.
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