Eknath Shinde: कहा जाता है कि राजनीति में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता. एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया और बीजेपी के साथ मिल गए. एकनाथ शिंदे ने जब उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ा तो महाराष्ट्र की राजनीति में खूब घमासान मचा और कई बयान सामने आये जिसमें एकनाथ शिंदे की जमकर आलोचना की गई. इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी उद्धव ठाकरे की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. इस बीच महाराष्ट्र की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आई है.
एक साथ दिखे दोनों गुट
ये घटना कल्याण में घटी. यहां एक भूमिपूजन कार्यक्रम में ये दोनों गुट एक साथ दिखाई दिए. कल्याण के परनाका इलाके में भूमिपूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम के दौरान उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. इस अवसर पर शिवसेना विधायक विश्वनाथ भोईर, कल्याण शहर प्रमुख के साथ-साथ उद्धव ठाकरे समूह के उप-नगर आयोजक, शाखा प्रमुख और कई शिवसैनिक कार्यकर्ता उपस्थित थे. इसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है.
क्या बोले शिवसेना विधायक विश्वनाथ भोईर?
शिवसेना विधायक विश्वनाथ भोईर ने इस समूह के राजनीति के लिए एकजुट होने की बात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पश्चिम में कोई कल्याण नहीं है. तो क्या फिर से एक होंगे शिवसेना के दोनों गुट? ऐसी चर्चा शुरू हो गई. इस बीच विधायक विश्वनाथ भोईर ने एनसीपी विधायक जितेन्द्र आव्हाड की कड़ी आलोचना की. जितेंद्र आव्हाड ने लव जिहाद के मामले में सरकार की आलोचना की है.
हालांकि, उन्होंने सलाह दी कि आव्हाड को अवांछित विषयों में अपनी नाक नहीं डालनी चाहिए. एकनाथ शिंदे लोगों के मुद्दों के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जो लोग घर पर बैठकर ट्वीट कर रहे हैं और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, उन्हें इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए. मुख्यमंत्री शिंदे लव जिहाद जैसे गंभीर मुद्दे पर चुप बैठने वालों में से नहीं हैं. वे छोटी-छोटी चीजों के लिए महाराष्ट्र में घूमते रहते हैं. वे छोटी-छोटी समस्याओं को सुलझाने के लिए संघर्ष करते हैं. इसलिए उन्होंने उनकी आलोचना करते समय सावधानी बरतने की चेतावनी भी दी.