CM एकनाथ शिंदे का 'कार्यक्रम' बनाने वाला वीडियो वायरल, कांग्रेस ने मनोज जरांगे से जोड़ा
Eknath Shinde Viral Video: सीएम एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले के बीच बातचीत का एक वीडियो वायरल हो रहा है. कांग्रेस ने इस वीडियो को मनोज जरांगे से जोड़कर सवाल किया.
![CM एकनाथ शिंदे का 'कार्यक्रम' बनाने वाला वीडियो वायरल, कांग्रेस ने मनोज जरांगे से जोड़ा Eknath Shinde Viral Video congress questions about Manoj Jarange CM एकनाथ शिंदे का 'कार्यक्रम' बनाने वाला वीडियो वायरल, कांग्रेस ने मनोज जरांगे से जोड़ा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/26/bd9768351659c29aa0cfe004177df9911708967250439129_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra News: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में वो महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोल से बातचीत करते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो को महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी शेयर किया और सवाल किया कि अगर कल को जारांगे पाटिल मर गए तो क्या मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे?
वायरल वीडियो में क्या है?
दरअसल, विधानमंडल का बजट सत्र मंगलवार (26 फरवरी) से शुरू हुआ. इस दौरान विधान भवन के परिसर में सीएम शिंदे और नाना पटोले की मुलाकात हुई. दोनों नेताओं के बीच बातचीत होने लगी. एबीपी माझा के मुताबिक, नाना पटोले ने सीएम शिंदे से पूछा कि क्या चल रहा है. इस पर सीएम शिंदे ने जवाब दिया, "अगर लिमिट से बाहर गया तो कार्यक्रम बना दिया जाएगा." इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ ने प्रतिक्रिया दी. इसके बाद सीएम शिंदे ने कहा, "ये तब तक ठीक था जब ये सामाजिक कार्यकर्ता था." सीएम एकनाथ शिंदे के इस बयान को मनोज जरांगे से जोड़कर देखा गया.
कार्यक्रम म्हणजे काय समजायचं साहेब?
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) February 26, 2024
मुख्यमंत्री साहेब!, ही धमकी आहे का?
उद्या जर जरांगे पाटलांचा जीव गेला तर मुख्यमंत्री जबाबदार असणार का? pic.twitter.com/ABox15LZbw
मनोज जरांगे ने खत्म किया अनशन
इस बीच मनोज जरांगे ने सोमवार को घोषणा की कि वह मराठा आरक्षण मुद्दे पर अपना 17 दिन से जारी अनशन वापस ले रहे हैं. जरांगे ने हालांकि कहा कि वह अपना आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक कि महाराष्ट्र सरकार उन लोगों के विस्तारित परिवार के सदस्यों को कुनबी जाति प्रमाणपत्र जारी करना शुरू नहीं कर देती, जिनके पास पहले से ही ऐसे दस्तावेज हैं और जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ मिल सके.
मनोज जरांगे का यह फैसला मराठा समुदाय के लिए नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण से संबंधित अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए मुंबई तक मार्च की घोषणा के एक दिन बाद आया है जबकि मुंबई में राज्य विधानमंडल का बजट सत्र भी शुरू होने जा रहा है. पिछले हफ्ते, राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए 10 प्रतिशत अलग से आरक्षण प्रदान करने वाला एक विधेयक सर्वसम्मति से पारित किया. जरांगे जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में 10 फरवरी से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे और ओबीसी श्रेणी के तहत मराठा आरक्षण की मांग पर अड़े रहे. मराठा आरक्षण कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘मैं आज अपना आंदोलन (भूख हड़ताल) स्थगित कर रहा हूं, लेकिन 3-4 युवा ऐसे होंगे जो हमारी मांगों के लिए हर दिन यहां बैठेंगे और अनशन करेंगे. मैं कुछ गांवों का दौरा भी करूंगा और उन्हें अपना पक्ष समझाऊंगा. गृह विभाग द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण वे यहां (अंतरवाली सरती गांव में) मुझसे मिलने नहीं आ सके.’’
सुप्रिया सुले का भाभी सुनेत्रा पवार पर तंज, कहा- 'मैडम, संसद में पर्स नहीं नोटपैड चलता है...'
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)