Shiv Sena Symbol Row: निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाले शिवसेना (Shiv Sena) के धड़े को पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज जमा करने के लिए 15 दिन और दिए हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों के समूह को शिवसेना के चुनाव चिह्न पर अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज जमा करने के लिए आठ अगस्त तक की मोहल्लत दी थी.


शिवसेना के दो गुट पार्टी के चुनाव चिह्न 'धनुष और बांण' पर दावा कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार उद्धव ठाकरे गुट के अनुरोध के बाद निर्वाचन आयोग ने अब उन्हें 23 अगस्त तक दस्तावेज जमा करने का समय दिया है. ज्ञात हो कि एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट के अलग होने के बाद शिवसेना (Shiv Sena) को नियंत्रण को लेकर दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई जारी है.


शिंदे गुट का पलड़ा कितना भारी?


बता दें कि शिवसेना नाम को 9 अक्टूबर 1989 को रजिस्टर किया गया था.इस नाम का चुनाव चिन्ह धनुष और तीर है. महाराष्ट्र के शिंदे गुट के सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने गुट को असली शिवसेना बता रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को यह भी बताया है कि उनके समर्थन में 55 में से 40 विधायक, कई एमएलसी और 18 में से 12 सांसद हैं.


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पहले दिया था 8 अगस्त तक का समय


दरअसल सुप्रीम कोर्ट से पहले राज्य में असली शिवसेना को लेकर लड़ाई चुनाव आयोग के पास पहुंची थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुट को शिवसेना में बहुमत साबित करने के लिए दस्तावेजी सबूत पेश करने के लिए कहा था. चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट को 8 अगस्त को दोपहर 1 बजे तक जवाब देने का वक्त दिया है.


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