बीजेपी का शरद पवार को चुनौती, EVM पर कहा- '...तो बेटी और पोते से कहें इस्तीफा दें'
EVM Issue: ईवीएम पर विवाद के बीच बीजेपी के नेता गोपीचंद पडलकर ने आरोप लगाया कि शरद पवार ने यह धारणा बनाने की कोशिश की कि धनगर समुदाय लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ है.
EVM Issue: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद से ईवीएम को लेकर राज्य में बवाल जारी है. इस बीच बीजेपी के नेता गोपीचंद पडलकर ने एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो वे अपनी बेटी और पोते से सांसद और विधायक के पद से इस्तीफा देने के लिए कहें.
बीजेपी विधायक पडलकर और एमएलसी सदाभाऊ खोत ने सोलापुर जिले के मारकडवाडी गांव में एक जनसभा को संबोधित किया. यहां पिछले सप्ताह ग्रामीणों ने ईवीएम के विरोध में मोर्चा खोले दिया था और बैलेट पेपर से वोटिंग कराने की कोशिश की थी.
नाना पटोले ने क्या कहा?
दूसरी ओर, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने ग्रामीणों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव का दौरा किया. कांग्रेस नेता ने कहा, ''मैं यहां लोगों की भावनाओं को समझने और उनके द्वारा शुरू किए गए आंदोलन का गवाह बनने आया हूं.''
पटोले ने दावा किया कि महाराष्ट्र के कई गांव भविष्य के चुनावों में ईवीएम के खिलाफ अपनी ग्राम सभाओं में प्रस्ताव ला रहे हैं. रायगढ़ जिले के माणगांव के ग्रामीणों ने ईवीएम की कार्यप्रणाली का प्रदर्शन करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
उन्होंने पूछा कि सरकार उन लोगों को क्यों रोक रही है, जिन्हें यह जानने का अधिकार है कि उन्होंने किसे वोट दिया? पटोले ने कहा कि विपक्ष मारकडवाडी के कई निवासियों के साथ हुए अन्याय को प्रशासन और चुनाव आयोग के सामने उठाएगा.
'खुद ईवीएम से चुनाव में जीते थे पवार'
पडलकर ने आरोप लगाया कि पवार ने यह धारणा बनाने की कोशिश की कि धनगर समुदाय लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ है. धनगर नेता ने कहा, ''मैं यहां पवार के प्रयासों को विफल करने आया हूं. (मालशिरस) निर्वाचन क्षेत्र के 100 गांवों में, मारकडवाडी को (ईवीएम विरोधी प्रदर्शन के लिए) क्यों चुना गया? धनगर समुदाय लोकतंत्र का सम्मान करता है.''
सांगली जिले के जट से विधायक ने पवार को चुनौती दी और कहा, ''वह अपनी बेटी और बारामती की सांसद सुप्रिया सुले, अपने पोते रोहित पवार और राज्य एनसीपी (एसपी) प्रमुख जयंत पाटिल से ईवीएम के खिलाफ विरोध शुरू करने से पहले इस्तीफा देने के लिए कहें. कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए ईवीएम से चुनाव के बाद सत्ता में आई थी. पवार साहब 2009 के चुनावों में माढ़ा लोकसभा क्षेत्र से जीते थे, तब ईवीएम था, लेकिन उन्होंने इसके प्रतिनिधि होने के बावजूद कभी मारकडवाडी का दौरा नहीं किया.''
मारकडवाडी गांव पिछले सप्ताह तब चर्चा में आया था, जब ग्रामीणों के एक वर्ग ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताते हुए मतपत्रों का उपयोग करके पुनर्मतदान कराने की कोशिश की थी. प्रशासन और पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया, जिसके कारण मामले दर्ज किए गए.
ग्रामीणों के अनुसार, मालशिरस निर्वाचन क्षेत्र से विजयी उम्मीदवार, उत्तम जानकर जो एनसीपी (एसपी) से हैं, को भारी अंतर से जीत हासिल करनी चाहिए थी, लेकिन ईवीएम में गड़बड़ी के कारण वे पीछे रह गए.
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