Maharashtra News: अजित पवार (Ajit Pawar) और शरद पवार (Sharad Pawar) की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की राजनीति अलग ही मोड़ पर खड़ी हो गई है. शरद पवार ने हालांकि यह साफ कर दिया है कि वह बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे भले ही कुछ 'शुभचिंतक' उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. जुलाई की शुरुआत में अजित पवार अपने खेमे के कुछ विधायकों के साथ बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार में शामिल हो गए थे. जिसके बाद से चाचा और भतीजे के बीच संबंध तल्ख हो गए थे, हालांकि हालिया मुलाकात से नई अटकलें तेज हो गई हैं. इस मुलाकात पर महा विकास अघाड़ी की भी नजर है और अब आदित्य ठाकरे ने भी इसको लेकर जवाब दिया है.
उधर, बीजेपी के साथ जाने को लेकर उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. पूर्व मंत्री और शिवसेना-यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे से पूछा गया कि क्या उनके पास भी बीजेपी का ऑफर है? और क्या वह अजित पवार और एकनाथ शिंदे की वजह से नहीं जा रहे हैं, तो आदित्य ठाकरे ने कहा कि ''मैं ऑफर की राजनीति को कभी महत्व नहीं देता. आने वाले समय में इंडिया गठबंधन की बैठक मुंबई में होगी. जो लोग देश के लिए लड़ रहे हैं वे एक साथ आए हैं.''
पार्टी ने स्पष्ट कर दी है अपनी स्थिति- आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि वह तानाशाही की सरकार को हटाना चाहते हैं. आदित्य ने आगे कहा कि 'सामना' में पार्टी की भूमिका स्पष्ट कर दी गई है. राजनीति की मौजूदा लड़ाई में एक तरफ ईमानदार-वफादार लोग हैं तो दूसरी तरफ भ्रष्ट लोगों के साथ-साथ स्वार्थी लोग भी हैं. अब जनता को फैसला करना है. बता दें कि 2019 में एकनाथ शिंदे ने अपने गुट के विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी को समर्थन दे दिया था जिसके बाद महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी का सरकार गिर गई थी.
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