Maharashtra News: नवी मुंबई पुलिस ने एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसने कथित तौर पर एक राष्ट्रीयकृत बैंक की अधिकारी बनकर मुंबई महानगर क्षेत्र लौह और इस्पात बाजार समिति से 54 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.


कलंबोली स्थित समिति के एक अधिकारी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, एक महिला ने जून 2022 में पनवेल में एक राष्ट्रीयकृत बैंक की प्रबंधक बनकर सदस्यों और पदाधिकारियों से संपर्क किया. अधिकारी ने कहा कि उसने उनका विश्वास हासिल किया और समिति के धन को सावधि जमा में निवेश करने का लालच दिया, फर्जी दस्तावेजों के साथ कोटेशन जमा करने के बाद उन्हें उच्च ब्याज दर का वादा किया.


उन्होंने कहा कि सदस्यों और पदाधिकारियों ने 54.28 करोड़ रुपये का निवेश किया और आरोपी महिला ने इसके लिए फर्जी और मनगढ़ंत रसीदें जारी कीं. अधिकारी ने कहा कि जब समिति ने जमा की अवधि समाप्त होने पर धन वापसी और ब्याज मांगा, तो उसने टालमटोल जवाब दिया और राशि वापस करने में विफल रही.


उन्होंने बताया कि आरोपी ने 24 मई, 2024 को बैंक के कोषागार और निवेश विभाग द्वारा जारी एक फर्जी पत्र भी पेश किया, जिसमें पैसे और ब्याज की राशि लौटाने के लिए और समय मांगा गया था. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 465 (जालसाजी) और अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है.


मुंबई पुलिस ने इस तरह बचाया लोगों का पैसा
महाराष्ट्र साइबर ने 2021 से अब तक ऑनलाइन धोखाधड़ी में फंसे लोगों के 222 करोड़ रुपये बचाने में कामयाबी हासिल की है. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि 2021 से मई 2024 के बीच 2379.51 करोड़ रुपये की कुल धोखाधड़ी के मामलों की जांच कर रही महाराष्ट्र साइबर ने 1930 हेल्पलाइन की बदौलत 222.99 करोड़ रुपये की राशि को रोकने में कामयाबी हासिल की है. उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन में 23 कार्यात्मक लाइनें और 110 लोग चौबीसों घंटे काम करते हैं, जो प्रतिदिन 2500-3000 कॉल अटेंड करते हैं.


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