Solapur News: सोलापुर कृषि उपज मंडी समिति (APMC) में पहुंचने वाले किसानों ने प्याज की कीमतों में भारी गिरावट की शिकायत की है. इनमें से कई किसानों का कहना है कि उन्हें प्याज के लेनदेन में उत्पादन की लागत भी नहीं मिल रही है. यहां से लगभग 250 किलोमीटर दूर अंजनगांव के किसान ओंकार पाटेकर ने सोमवार को कहा कि वह व्यापार के लिए प्याज की 40 बोरी थे, लेकिन उन्हें नुकसान उठाना पड़ा.


मंडी ले जाने में नुकसान


उन्होंने दावा किया, ‘‘परिवहन और अन्य शुल्क आदि के भुगतान के बाद, मैंने एक भी पैसा नहीं कमाया बल्कि इसके बजाय मुझे सात रुपये का नुकसान हुआ. मेरा प्याज का भंडार लगभग एक रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा गया था. मेरे पास मेरे खेत में प्याज की 80 बोरी पड़ी हुई है, लेकिन मैं इन्हें यहां लाने और नुकसान उठाने के बजाय इसे वहीं सड़ने देना ज्यादा अच्छा है.’’


पुणे एपीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि प्याज 9-11 रुपये प्रति किलोग्राम और सबसे कम गुणवत्ता वाले उत्पाद के लिए कम से कम तीन रुपये प्रति किलोग्राम के बीच मिल रहा है. पुणे एपीएमसी के अधिकारी मधुकांत गरड ने कहा, ‘‘इस साल उपज अच्छी है लेकिन किसानों के पास भंडारण की सुविधा नहीं है. मानसून आ रहा है और इसलिए, किसान अपनी उपज को तेजी से बेच रहे हैं, जिससे कीमतों में गिरावट आ रही है.’’


पहले भी हुए थे फसल बर्बाद


इससे पहले जनवरी के महीने में भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के नासिक जिले में किसानों के प्याज के फसल बर्बाद हुए थे. उस समय भी किसानों को मंडी से उचित भाव नहीं मिला था.


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