Maharashtra News: 'दिल्ली चलो' का नारा दे रहे किसानों का आंदोलन जारी है. इस समय हजारों की संख्या में किसान दिल्ली-हरियाणा के शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर डटे हैं. इस मसले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संस्थापक शरद पवार (Sharad Pawar) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बुधवार (21 फरवरी) को कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को तरह-तरह की ‘गारंटी’ दे रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ किसान बढ़ते कर्ज के कारण सुसाइड कर रहे हैं.
पुणे के अंबेगांव तहसील के मंचर में एनसीपी (शरदचंद्र पवार) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि देश में किसान कठिनाई का सामना कर रहे हैं. वे कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन उन्हें अपने उत्पाद का सही मूल्य नहीं मिलता. कृषि में जितना लागत लगता है उतनी आय नहीं होती जिस वजह से किसान कर्ज में दब जाते हैं और इस हालात के कारण किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाते हैं. यह परिस्थिति देश में बनी हुई है. शरद पवार ने पीएम मोदी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि अखबारों और टेलीविजन चैनल विज्ञापन से भरे हुए हैं जहां पीएम मोदी किसानों को विभिन्न गारंटी जैसे कि उत्पाद के लिए अच्छी कीमत और बाजार देते दिख रहे हैं. राज्यसभा सदस्य शरद पवार ने केंद्र की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ 'मोदी की गारंटी' है लेकिन दूसरी तरफ कोई (किसान) खुदकुशी कर रहा है.
दिलीप वल्से पाटिल की वफादारी पर उठाए सवाल
एनसीपी नेता दिलीप वल्से पाटिल पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि पहले की पीढ़ी के नेता अपनी पार्टी के प्रति वफादार होते थे और अपनी विचारधारा से कोई समझौता नहीं करते थे लेकिन अब वह बात नहीं है. वल्से पाटिल कभी शरद पवार के भरोसेमंद सहयोगी हुआ करते थे लेकिन वह एनसीपी के उन नेताओं में हैं जिन्होंने अजित पवार के साथ मिलकर पिछले साल बगावत कर दी थी. शरद पवार ने कहा कि आज के समय के नेता अपनी ही पार्टी से कोई वफादारी नहीं दिखाते, उनसे मतदाताओं के प्रति वफादार होने की उम्मीद कैसे की जा सकती है.
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