Nanded Crime: नांदेड़ शहर के बजरंग नगर (Bajrang Nagar) इलाके में एक फूड डिलिवरी ब्वॉय (Food Delivery Boy) के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार और मारपीट और हमले का वीडियो वायरल होने के बाद, नांदेड़ जिला पुलिस (Nanded Police) ने चार संदिग्धों के खिलाफ FIR दर्ज की है. 7 फरवरी की दोपहर को हुई यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. 


वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस


पीड़ित फूड डिलीवरी ब्वॉय अमरान तंबोली ने कहा कि उसने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन उन्होंने कहा कि वे उसे कुछ दिनों में संपर्क करेंगे. बाद में मैं अस्पताल गया और अपना मेडिकल कराया. जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब जाकर पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने शनिवार को इस मामले में FIR दर्ज की. पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे ने बताया कि आरोप गंभीर हैं. हम निश्चित रूप से मामले को देखेंगे और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.


एक आरोपी गिरफ्तार


वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार ने कहा कि हमने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार संदिग्धों की पहचान की है और उसमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है. हमारी टीमें अन्य आरोपियों का पता लगा रहे हैं. हम इस बात की भी जांच करेंगे कि एरिया पुलिस इंस्पेक्टर से जवाब देने में देरी क्यों हुई. पीड़ित अमरान तंबोली कानून की पढ़ाई कर रहा है और एक किसान दंपति का सबसे बड़ा बेटा है. उसके परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है इसलिए वह अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए नौकरी भी करता है.


पीड़िता का आरोप- जबरदस्ती दाढ़ी में रंग लगा दिया


तंबोली ने बताया कि फूड डिलिवरी का ऑर्डर लेकर में बजरंग नगर पहुंचा. मैं ऑर्डर देकर अपने फोन में अन्य ऑर्डर देख रहा था कि तभी तीन-चार लोग वहां आए और मुझे गाली देने लगे और मुझसे बदतमीजी करने लगे. उनमें से एक ने एक लकड़ी उठाई और मुझे मारा. उसने कहा कि उनमें से एक आरोपी रंग ले कर आया और उसने जबरदस्ती मेरी दाढ़ी में रंग लगा दिया और मेरे माथे पर तिलक लगा दिया. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को शख्स पर हमला करते उसे थप्पड़ मारते और उसे लात मारते देखा जा सकता है. फुटेज में दिखाई दे रहा है कि जिस व्यक्ति को उसने फूड डिलीवर किया उसने उसकी जान बचाई.


FIR दर्ज नहीं करने वाले इंस्पेक्टर ने नहीं दिया कोई जवाब


वहीं पीड़ित फूड डिलीवरी ब्वॉय की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं करने के आरोपों का सामना कर रहे इंस्पेक्टर साहेबराव नरवड़े से जब बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और न ही मैसेज का कोई जवाब दिया.


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