गणेश विसर्जन 2023: गणेश चतुर्थी उत्सव 28 सितंबर को 10वें दिन गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगा. सभी भक्त मूर्ति को पानी में विसर्जित करके अगले वर्ष उनकी वापसी की आशा के साथ भगवान गणेश को विदाई देंगे. गणेशोत्सव भारत के विभिन्न राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. कुछ लोग 3, 5, या 7 दिनों के बाद भी विसर्जन करते हैं, त्योहार का अंतिम दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह भगवान गणेश की उनके स्वर्गीय निवास में वापसी का प्रतीक है.
गणेश विसर्जन के अनुष्ठान
परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा सुबह-सुबह भगवान गणेश की आरती की जाती है. भगवान गणेश को मोदक, फल, फूल और अन्य खाद्य पदार्थों का प्रसाद चढ़ाया जाता है. विसर्जन के लिए भगवान गणेश की मूर्ति तैयार की जाती है, और उत्सव, नृत्य, संगीत और उत्साह के साथ विसर्जन स्थल तक एक जुलूस निकाला जाता है. विदाई से पहले भगवान गणेश के हाथों पर अक्षत और दही लगाकर आशीर्वाद लिया जाता है. सौभाग्य और कृपा के लिए भगवान गणेश को घर के हर कोने में ले जाया जाता है.
क्यों बांधा जाता है लाल कपड़ा?
भगवान गणेश की मूर्ति के चारों ओर एक लाल कपड़ा बांधा जाता है, जिसके भीतर नारियल, गुड़ और अनाज रखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह भोजन भगवान गणेश के लिए उनकी घर वापसी की यात्रा के दौरान होता है. गणपति विसर्जन के लिए पूजा करने वाले व्यक्ति पर पानी छिड़का जाता है. विसर्जन के लिए घर से निकलते समय गणपति बप्पा को नारियल चढ़ाया जाता है और एक बार में ही तोड़ दिया जाता है. नारियल को भगवान गणेश के साथ विसर्जित किया जाता है.
गणेश विसर्जन का शुभ समय
प्रातः काल का मुहूर्त (शुभ): प्रातः 06:12 बजे से प्रातः 07:42 बजे तक
सुबह का मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): सुबह 10:42 बजे से दोपहर 03:11 बजे तक
दोपहर का मुहूर्त (शुभ): शाम 04:41 बजे से शाम 06:11 बजे तक
शाम का मुहूर्त (अमृत, चर): शाम 06:11 बजे से रात 09:11 बजे तक
रात्रि मुहूर्त (लाभ): 12:12 पूर्वाह्न से 01:42 पूर्वाह्न, 29 सितंबर
पुलिस ने की कड़ी व्यवस्था
इस साल विसर्जन जुलूस के दौरान भारी पुलिस बंदोबस्त रहेगा. राज्य रिजर्व पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रिस्पांस टीम और बम डिटेक्शन स्क्वाड की दो टीमों के साथ नौ हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. जमीन पर पुलिस की उपस्थिति बढ़ाने के लिए जुलूस मार्ग पर 15 पुलिस सहायता केंद्र और 40 वॉच टावर होंगे. जुलूस पर कड़ी नजर रखने के लिए पुलिस 205 सीसीटीवी कैमरों और निजी सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करेगी. इस बीच, 28 और 29 सितंबर को कुल 17 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहेंगी.