Ganeshotsav 2022: गणपति मंडलों की इस साल बेहद खास तैयारी, पंडालों में दिखेगा देश भर के अलग-अलग मंदिरों का ढाचा
Mumbai में इस साल गणपति की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इसमें अब सिर्फ तीन सप्ताह ही बचे हैं. वहीं इस बार पंडालों के लिए अलग-अलग 'मंदिरों' की थीम के साथ भगवान गणेश का स्वागत करने की तैयारी है.
Ganpati Pandals Theme This Year: गणेशोत्सव (Ganeshotsav) के लिए अब केवल तीन सप्ताह शेष हैं, शहर भर के बड़े मंडल, आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए पंडालों के लिए अलग-अलग 'मंदिरों' की थीम के साथ भगवान गणेश का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं. 31 अगस्त से शुरू हो रहे 11 दिवसीय महोत्सव के लिए गणपति मंडलों ने पंडाल का ढांचा तैयार करना शुरू कर दिया है.
इस साल प्रसिद्ध लालबागचा राजा मंडल अयोध्या के राम मंदिर की रेप्लिका स्थापित करेगा. लालबागचा राजा गणेशोत्सव मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने कहा कि, “पंडाल और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण का काम पहले ही शुरू हो चुका है. इस साल, हम अयोध्या में राम मंदिर की रेप्लिका के रूप में मुख्य प्रवेश द्वार के रूप को दिखाने की योजना बना रहे हैं. फिलहाल काम चल रहा है. त्योहार के आते ही अन्य विवरण जल्द ही सामने आ जाएंगे. ”
लालबाग मंडल की ये है खास तैयारी
एक और प्रसिद्ध लालबाग स्थित मंडल जो दो दशकों से विभिन्न मंदिर थीम के साथ आ रहा है, वह है गणेश गली मंडल. समिति के सदस्यों ने इस वर्ष वाराणसी के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर को पंडाल के रूप में दोहराने की योजना बनाई है. मुंबईचा राजा के नाम से मशहूर गणेश गली की मूर्ति इस साल 95 साल पूरे कर रही है. बकौल मिड-डे, मंडल के संयुक्त सचिव अद्वैत पेधमकर ने कहा, “काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण में अहिल्याबाई होल्कर की भूमिका उल्लेखनीय है. मुगलों ने मंदिर को गिराने की कोशिश की लेकिन इसे फिर से बनाया गया. मंदिर का वर्णन करने के लिए एक महत्वपूर्ण इतिहास है और हम हर साल ऐतिहासिक मंदिरों को दोहराने की कोशिश करते हैं ताकि जो लोग इन मंदिरों में नहीं जा सकते वे मुंबई में मंदिरों की रेप्लिका देख सकें.
अंधेरीचा राजा अपनाएगा ये थीम
एक अन्य शहर-आधारित मंडल जो पंडाल के लिए सजावट के रूप में एक प्रतिष्ठित संरचना प्रतिकृति के साथ आता है, वह है अंधेरीचा राजा. इस साल, अंधेरी स्थित मंडल ने सामान्य मंदिर थीम सजावट को छोड़कर गुजरात के वडोदरा में स्थित लक्ष्मी विलास पैलेस की रेप्लिका बनाने का फैसला किया है. आजाद नगर सार्वजनिक उत्सव समिति, अंधेरीचा राजा के प्रवक्ता उदय सलियन ने कहा, “लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण वडोदरा में एक प्रमुख मराठा परिवार द्वारा किया गया था. हमने इस साल इस खूबसूरत महल को एक सजावट के रूप में बनाने के बारे में सोचा क्योंकि बहुतों को इसकी जानकारी नहीं है. लोगों को इस महल को देखना चाहिए क्योंकि इसका ऐतिहासिक महत्व बहुतों को नहीं पता है.”
लालबागचा राजा की तरह, इस पंडाल में कई बॉलीवुड हस्तियां दर्शन के लिए आती हैं. सलियन ने कहा, 'हर साल की तरह मूर्ति की लंबाई 8.5 फीट होगी. हमने पिछले दो वर्षों में कोविड -19 प्रतिबंधों और दिशानिर्देशों के कारण ऊंचाई कम की है.”
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