Gudi Padwa 2022: महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जा रहा गुड़ी पड़वा, यहां देखें उत्सव की तस्वीरें और वीडियो
Gudi Padwa 2022: आज से देश में हिंदू धर्म के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत हो गई और आज ही देश के अलग-अलग हिस्सों में गुड़ी पड़वा पर्व भी मनाया जा रहा है.
Gudi Padwa 2022: आज से देश में हिंदू धर्म के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत हो गई और आज ही देश के अलग-अलग हिस्सों में गुड़ी पड़वा पर्व भी मनाया जा रहा है. खासतौर पर महाराष्ट्र की बात करें दो यहां पर इस पर्व को खूब धूमधाम से मनाया जाता है. राज्य के अलग-अलग शहर और जिले से इस पर्व के उत्सव की तस्वीरें सामने आ रही हैं.
देशभर के कई हिस्सों जैसे कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता है. गुड़ी पड़वा को पच्चड़ी, उगादी और संवत्सर पड़वों के नाम से भी जाना जाता है. महाराष्ट्र के नागपुर में गुड़ी पड़वा को धूमधाम से मनाया गया और इस दौरान डांस पर फॉर्मेंस देते नजर आए. इस दौरान कलाकार तैयार होकर ढोल बजाकर उत्सव मनाते दिखे.
#WATCH | #GudiPadwa is being celebrated in #Maharashtra today. Visuals of vibrant celebrations from Nagpur. pic.twitter.com/b7CFnXGKoo
— ANI (@ANI) April 2, 2022
पुणे में भी मनाया गया जश्न
पुणे में भी गुड़ी पड़वा का उत्सव धूमधाम से मनाया गया. आप उत्सव की तस्वीरें देख सकते हैं.
#WATCH | Colourful celebrations in Kothrud area of Pune as Maharashtra celebrates #GudiPadwa pic.twitter.com/bKsu2G5c4x
— ANI (@ANI) April 2, 2022
#WATCH | Celebrations at Khamla Square in Nagpur as Maharashtra celebrates #GudiPadwa pic.twitter.com/5KmnoXATOb
— ANI (@ANI) April 2, 2022
देशभर के कई हिस्सों में गुड़ी पड़वा पर्व का विशेष महत्व है. इस पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी और इसी दिन से सतयुग का आरंभ हुआ था. मान्यता है कि इस दिन घर के बाहर आम के पत्तों की तोरण लगाना शुभ होता है. साथ ही इस दिन घर की छत पर ध्वज भी लगाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा और भगवान राम की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है.
स्वास्थ्य के लिहाज से भी गुड़ी पड़वा का दिन विशेष महत्व रखता है. इस दिन खास पकवान बनाए जाते हैं. पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन खाली पेट पूरन पोली का सेवन करने से चर्म रोग की समस्या भी दूर जाती है. वास्तु के अनुसार भी गुड़ी पड़वा का विशेष महत्व बताया गया है. इसमें नीम की पत्तियां और मिश्री का इस्तेमाल किया जाता है. नीम का अर्थ जीवन की कड़वी घटनाएं और मिश्री का अर्थ है जीवन की वास्तविक घटनाओं को दर्शाता है.
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