महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके जितेंद्र अव्हाड को ठाणे पुलिस ने CRPC की धारा 141 के तहत नोटिस भेजी है. हर हर महादेव फ़िल्म के विरोध में कल जितेंद्र अव्हाड अपने 100 कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विवियाना मॉल गए थे और फ़िल्म रुकवाई थी और आरोप यह भी है कि उन्होंने कुछ दर्शकों के साथ मारपीट भी की.


जितेंद्र अव्हाड को पुलिस ने बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया है. जितेंद्र अव्हाड समेत 50 NCP के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने नोटिस भेजकर उन्हें उनका बयान दर्ज करवाने के लिए वर्तकनगर पुलिस स्टेशन में बुलाया है. 


एक दर्शक की शिकायत पर आव्हाड के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने से संबंधित, आईपीसी की विभिन्न धाराओं के अलावा धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दंड) और 504 (शांति में खलल डालने के लिए उकसाने के इरादे से जानबूझकर अपमानित करना) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. इस व्यवधान के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने शो का पुन:प्रदर्शन शुरू करवाया.




जानें क्या है पूरा मामला

 

ठाणे पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड समेत करीब सौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. एक मल्टीप्लेक्स में मराठी फिल्म हर हर महादेव का प्रदर्शन बाधित करने और दर्शकों के साथ धक्का-मुक्की करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि सोमवार को आव्हाड और उनके समर्थक ठाणे शहर में एक मल्टीप्लेक्स में कथित तौर पर घुस गए और इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए हर हर महादेव फिल्म का प्रदर्शन बाधित किया.



इस सिलसिले में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार जब दर्शकों ने अपने पैसे वापस मांगे और फिल्म का प्रदर्शन बाधित करने को लेकर टिप्पणियां कीं तो आव्हाड और उनके समर्थकों ने उनमें से कुछ के साथ धक्का-मुक्की की. एक अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच जारी है और फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.


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