Hathras Satsang Stampede: हाथरस जिले के सिकंदराराऊ इलाके में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में अबतक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. इस पूरी घटना पर उद्धव ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का बड़ा बयान सामने आया है.
क्या बोलीं उद्धव गुट की सांसद?
शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "यह दुखद है जिस तरीके से यह घटना घटी है. मैं उम्मीद करती हूं कि राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी. आयोजकों के साथ ही जो सत्संग करने वाले बाबा हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज कल हम देख रहे हैं कि लोगों की जान का कोई मोल नहीं है." इस मामले में पुलिस ने ‘मुख्य सेवादार’ और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
हाथरस भगदड़ मामले में केस दर्ज
पोरा पुलिस चौकी के प्रभारी उप निरीक्षक बृजेश पांडे की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मंगलवार देर रात सिकंदराराऊ थाने में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य सेवादारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा), 238 (साक्ष्यों को मिटाना) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.
तहरीर में उल्लेख किया गया है कि आयोजकों ने प्रशासन को पहले के कार्यक्रमों में जुटी लाखों की भीड़ की जानकारी छिपाकर इस बार केवल 80 हजार अनुयायियों के आने की सूचना दी थी. इस आधार पर ही सुरक्षा प्रबंध किए गए थे, लेकिन सत्संग में ढाई लाख से अधिक लोग उपस्थित हुए, जिससे अव्यवस्था फैल गई.
आरोप में कहा गया है कि मुख्य प्रवचनकर्ता सूरजपाल उर्फ ‘भोले बाबा’ के प्रवचन के बाद, जब वह अपनी गाड़ी में बैठकर आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तब अनुयायियों ने उनकी गाड़ी के मार्ग से धूल समेटना शुरू कर दिया. इस दौरान भीड़ के दबाव के कारण कई लोग कुचल गए.
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