Maharashtra News: पुणे जिले में भारी बरसात का कहर जारी है. चसकमान, खडकवासला, मुलशी और पावना बांधों के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर डिस्चार्ज होना शुरू हो गया है. जिसको लेकर डिप्टी सीएम अजीत पवार ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उनकी तरफ से पुणे कलेक्टर, पुणे संभागीय आयुक्त, पिंपरी-चिचवड़ के नगर निगम आयुक्त से चर्चा की गई है. इसके साथ ही उन्हें लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए है.
डिप्टी सीएम पवार के अनुसार, प्रशासन को जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ की मदद लेने के भी निर्देश दिए गए है. वहीं नदियों के पास के इलाकों और निचले इलाकों में रहने वालों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है. स्थानीय प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को लोगों की पूरी तरफ से सहायता करने का निर्देश दिया गया है.
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी
अजीत पवार ने एक्स पोस्ट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल अभी मुलशी बांध से 27 हजार 609 क्यूसेक पानी, खडकवासला बांध से 27 हजार 16 क्यूसेक पानी, पवन बांध से 5 हजार क्यूसेक पानी, चसकमान बांध से 8 हजार 50 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इन बांध क्षेत्रों में भारी बारिश होती रही तो डिस्चार्ज की दर बढ़ सकती है. जिसको लेकर पुणे के अलावा पिंपरी-चिंचवड़ शहर और नदियों के सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है. वहीं मौसम विभाग की तरफ से पुणे और सतारा जिलों में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
बता दें कि नाशिक के गोदा घाट पर बाढ़ जैसे हालात बन गए है. रामकुंड पर छोटे-बड़े मंदिर पानी में डूब गए हैं. प्रशासन ने गोदाघाट इलाके में दुकानें हटाना शुरू कर दिया है. प्रशासन की ओर से नदी किनारे रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है. वहीं पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से गोदावरी नदी का जलस्तर भी बढ़ा है.
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