Maharashtra में शराब के शौकीन लाखों लोगों को लग सकता है झटका, उद्धव सरकार जल्द उठा सकती है यह कदम
Maharashtra News: वर्ल्ड ऑफ वाइन चेन के मालिक भावेश पटेल ने कहा कि यदि शराब की होम डिलीवरी बंद हुई तो डिलीवरी और आईटी कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.
Home delivery of liquor will be banned in Maharashtra: राज्य के गृह विभाग ने आबकारी आयुक्त से सभी शराब डीलरों को शराब की होम डिलीवरी रोकने का निर्देश देने के लिए कहा है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए शराब की होम डिलीवरी सेवा को प्रोत्साहित किया गया था. गृह विभाग ने आबकारी आयुक्त को पत्र लिखकर कहा कि शराब की बिक्री की महामारी पूर्व के तरीके को लागू किया जाये और शराब की होम डिलीवरी सेवा को समाप्त किया जाए. आबकारी आयुक्त को लिखे पत्र में लिखा गया है कि कोविड से संबंधित प्रतिबंधों के लिए प्रोटोकॉल वापस लेने के कारण, होम डिलीवरी की अनुमति देने का निर्णय स्वचालित रूप से वापस ले लिया जाता है क्योंकि यह केवल लॉकडाउन अवधि के दौरान सामाजिक दूर करने के मानदंडों को पूरा करने के लिए था.
महामारी में लाखों लोगों ने ऑनलाइन मंगाई शराब
हालांकि आबकारी विभाग ने कहा है कि सरकार सभी कानूनी और सामाजिक कारकों पर विचार करने के बाद ही इस पर फैसला लेगी. वहीं रिटेलर्स आबकारी आयुक्त के निर्देशों तक शराब की होम डिलीवरी जारी रखेंगे. हालांकि कितनी शराब होम डिलीवरी की जा रही है इस पर कोई ठोस आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन लाखों लोगों ने महामारी शुरू होने के बाद से घर पर शराब का ऑर्डर देना शुरू कर दिया है.
होम डिलीवरी बंद होने ले हजारों लोग हो जाएंगे बेरोजगार
वर्ल्ड ऑफ वाइन चेन के मालिक भावेश पटेल ने कहा कि उनके पास नरीमन पॉइंट में अकेले एक स्टोर पर 9,500 ग्राहकों का होम डिलीवरी डेटाबेस है. उन्होंने कहा कि यदि शराब की होम डिलीवरी बंद हो जाती है तो हजारों डिलीवरी और आईटी कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमारी दुकान कोलाबा से अंधेरी तक औसतन 150 डिलीवरी रोज करती है. उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी तकनीक की समझ रखने वाली है और वे कतार में खड़े होने के बजाय ऑनलाइन खरीदना पसंद करते हैं. ऑनलाइन खरीदारी में उनको एक ही प्लेटफॉर्म पर कई सारे विकल्प मिल जाते हैं. एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव लिकर वेंडर्स के सुमित चावला ने कहा कि अभी गृह विभाग ने शराब की होम डिलीवरी रोकने के लिए आबकारी आयुक्त को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा, "हम कोई भी निर्णय लेने से पहले आबकारी आयुक्त के निर्देश का इंतजार करेंगे.
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