Nagpur Violence News: नागपुर में हिंसा भड़कने से कई तरह के सवाल पैदा हो रहे हैं क्योंकि नागपुर में ना केवल विधान भवन मौजूद है बल्कि आरएसएस का मुख्यालय और सीएम देवेंद्र फडणवीस का आवास भी मौजूद है. जिस जगह हिंसा भड़की है वहां से आरएसएस मुख्यालय केवल एक किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसे में शिवसेना-यूबीटी ने इस मुद्दे को उठाया है. संजय राउत ने यहां तक कह दिया कि देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के कितने नेता नागपुर से हैं. उनकी गैंग ही दंगा करा रही है.
नागपुर के महल इलाके में हिंसा हुई है. यहां से आरएसएस का मुख्यालय एक किलोमीटर पर है तो वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस का आवास छह किलोमीटर दूर है. जबकि पुलिस कमिश्नर के दफ्तर की दूरी घटना स्थल से पांच किलोमीटर है. आरएसएस मुख्यालय संघ बिल्डिंग रोड पर डॉ. हेडगेवार भवन में स्थित है. सीएम फडणवीस का आवास सिविल लाइन्स इलाके में है जबकि पुलिस कमिश्नर का दफ्तर सीबीआई कॉलोनी में है.
आरएसएस के गढ़ में कैसे हो गई हिंसा - राउत
हिंसा के बाद संजय राउत ने कहा, ''नागपुर आरएसएस का गढ़ है. मुख्यालय है. मोहन भागवत जी वहां बैठते हैं. प्रखर हिंदुत्व का कुनबा वहीं बैठता है. सीएम फडणवीस जी का चुनाव क्षेत्र है. वहां हिंसा कौन करेगा. वहां से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. चार मंत्री आसपास हैं. कोई हिम्मत कर सकता है उनके गैंग में हिंसा कराने वाले होंगे. यह पैटर्न है. हिंदुओं के ऊपर अपने लोगों से हमला करने का. हिंदुओं को भड़काने का. डर और भय पैदा किया जा रहा है. यह महाराष्ट्र और देश को खत्म करने जा रहे हैं. अगर देवेंद्र फडणवीस में दम है तो मकोका लगाइए.''
राउत ने आगे भड़कते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे के नाम पर ये लोग औरंगजेब की बात कह रहे हैं. बालासाहेब ने यही कहा था कि हमारा ध्येय अयोध्या में राम मंदिर बनाना है. बाबरी आड़े आ रही है तो उसे हटाएंगे. हमारा एक ही मस्जिद और कब्र से झगड़ा है. हमारे मन में और कोई बात नहीं है. हम बाबरी को हटाएंगे. उन्होंने यह करके दिखाया. शिवाजी महाराज आरएसएस के हीरो कभी नहीं रहे.