IAS Pooja Khedkar Fraud Case: पुणे पुलिस ने विवादास्पद ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को भेजी है. एक अधिकारी ने शुक्रवार (26 जुलाई) को इस संबंध में जानकारी दी है. पुलिस ने अधिकारी ने अधिक जानकारी दिए बिना मीडिया को बताया कि दंपति, दिलीप और मनोरमा खेडकर, कानूनी रूप से अलग हो गए थे. 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार ने पुणे पुलिस को पूजा के माता-पिता के शादी की स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया था, क्योंकि उन पर आरोप है कि पूजा ने फर्जी तरीके से यूपीएससी परीक्षा में ओबीसी गैर-क्रीमी लेयर का फायदा उठाया था.


अधिकारी ने कहा, 'हमने बुधवार को राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी और इसे केंद्र को भेजा जाएगा.'' 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर वीआईपी सुविधाओं की मांग करके शक्ति और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था. पुणे में ट्रेनिंग के दौरान कथित तौर पर गलत बयानी करने और तथ्यों को गलत साबित करने के लिए पिछले हफ्ते दिल्ली में उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था.


संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने भी 2022 परीक्षा के लिए उसकी उम्मीदवारी रद्द करने के संबंध में एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उसे भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है. अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नॉन क्रीमी लेयर का लाभ उठाने के लिए यूपीएससी परीक्षा में लेयर कोटा हासिल करने वाली खेडकर ने कथित तौर पर दावा किया कि उनके माता-पिता अलग हो गए थे और वह अपनी मां के साथ रह रही थीं.


नियमों के मुताबिक, नॉन-क्रीमी लेयर श्रेणी का लाभ केवल वही उम्मीदवार ले सकते हैं जिनके माता-पिता की सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है. मनोरमा खेडकर 2023 में भूमि विवाद को लेकर एक शख्स को बंदूक से धमकी देने के आरोप में फिलहाल जेल में हैं. सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी दिलीप खेडकर भी इस मामले में आरोपी हैं और उन्हें गुरुवार को पुणे की एक अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी थी.


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