IAS Pooja Khedkars Mother Abused Pune Police: महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर अपनी वीआईपी डिमांड के चलते सुर्खियों में हैं. इस बीच ये बात सामने आई है कि विवादित IAS पूजा खेडकर की मां ने पुणे पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया है. पूजा खेडकर ने अपनी प्राइवेट कार पर लाल और नीली बत्ती लगाई थी, साथ ही महाराष्ट्र सरकार का बोर्ड लगाया था. इस पर जब पुलिस कार पर कार्रवाई करने पहुंची तो खेडकर की मां भड़क गईं.


पुलिस ने बताया कि पूजा खेडकर द्वारा इस्तेमाल की गई ऑडी की 21 चालान लंबित है और 27,000 रुपये बाकी है. लाल बत्ती के इस्तेमाल के लिए भी नोटिस जारी किया गया है.


एबीपी माझा के मुताबिक पूजा खेडकर की मां ने पुलिस पर यह कहकर दबाव बनाया कि वह सभी को अंदर कर देंगी. पुलिस को भी उसने जेल में डालने की धमकी दी और गेट के बाहर खड़ा कर दिया. साथ ही बंगले को अंदर से बंद कर दिया. पुलिस अभी भी संपर्क करने की कोशिश कर रही है.






पुलिस अधिकारी ने क्या कहा?


पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब हम उनके घर पर एक्शन के लिए पहुंचे तो गेट बंद मिला. कोई दरवाजा नहीं खोल रहा है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वो को-ऑपरेट नहीं कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि शायद कोई अंदर नहीं है. महिला के बारे में उन्होंने कहा कि वो गेट नहीं खोल रही हैं. वो कौन हैं मुझे मालूम नहीं है. जब गेट खोला जाएगा तो हम कार्रवाई करेंगे. 






IAS पूजा खेडकर की वीआईपी डिमांड


ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने अपनी ऑडी कार पर एम्बर लाइट चमकाने के लिए सुर्खियों में हैं. पूजा खेडकर ने ऐसा तब किया जब केंद्र सरकार ने निर्देश दिया था कि किसी भी अधिकारी की गाड़ी पर ऐसी बत्ती नहीं लगाई जानी चाहिए. इसके अलावा, एक ऐसी घटना भी हुई जहां उन्होंने स्थानीय जिला कलेक्टर के केबिन पर कब्ज़ा कर लिया. उन्होंने कलेक्टर से एक कार और एक सिपाही के साथ-साथ एक ऑफिस की भी मांग की थी. 


पूजा खेडकर पर फर्जी दस्तावेज देने के आरोप


ट्रेनी आईएएस रहते हुए जरूरत से ज्यादा डिमांड करने वाली पूजा खेडकर का पर्दाफाश हो गया है. यह बात सामने आई है कि पूजा खेडकर ने फर्जी दिव्यांगता प्रमाणपत्र के आधार पर आईएएस का पद हासिल किया था. पुणे जिला कलेक्टर ने पूजा खेडकर के व्यवहार को लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी है. इसके साथ ही मसूरी स्थित प्रशिक्षण संस्थान ने पूजा खेडकर के व्यवहार को लेकर महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है.


पूजा खेडकर ने ओबीसी आरक्षण का फायदा कैसे उठाया?


बताया जा रहा है कि आईएएस पूजा खेडकर के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है. इस पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने ओबीसी आरक्षण का फायदा कैसे उठाया? क्या नियम एवं शर्तों का पालन नहीं किया गया? ऐसा सवाल अब खड़ा हो गया है. प्रोबेशनरी पद पर रहते हुए उन्हें गृह नगर कैसे मिला? सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुम्हार ने मांग की है कि अगर पुलिस उनकी कार के खिलाफ कार्रवाई करती है तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए. फिलहाल पूजा खेडकर का तबादला पुणे से वाशिम कर दिया गया है.


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