Maharashtra News: विवादों से घिरी ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (Puja Khedkar) ने उनकी उम्मीदवारी के दावों की जांच के लिए समिति का गठन किए जाने पर प्रतिक्रिया दी है. मीडिया से बातचीत में पूजा ने कहा, ''अभी मुझे आपको समिति के बारे में कुछ भी बताने का अधिकार नहीं है. क्या जांच चल रही है, मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकती. जब भी रिपोर्ट जनता के सामने आएगी, हर कोई इसके बारे में जान जाएगा.''


पूजा खेडकर कार्यस्थल पर अपने व्यवहार को लेकर चर्चा में आई थीं और फिर एक के बाद एक विवादों में फंसती चली गईं. आईएएस का पोस्ट पाने के लिए उन्होंने जिस अक्षमता सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया था उसपर भी सवाल उठे हैं. इसके अलावा उनपर एक पुलिस अधिकारी पर चोरी के इल्जाम में गिरफ्तार व्यक्ति को रिहा करने का दबाव बनाने का भी आरोप है. 


जांच समिति को दूंगी बयान - पूजा 
पूजा खेडकर ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''मैं विशेषज्ञ समिति के सामने बयान दूंगी और हम समिति के फैसले को स्वीकार करूंगी जो भी जांच चल रही है, मुझे आपको बताने का अधिकार नहीं है. मेरा जो भी बयान होगा, वह बाद में सार्वजनिक हो जाएगा. हमारा भारतीय संविधान इस तथ्य पर आधारित है कि जब तक दोषी साबित ना हो जाए उसे निर्दोष मानता है, इसलिए मीडिया ट्रायल द्वारा मुझे दोषी साबित करना गलत है.'






पुलिस के रेडार से दूर पूजा के माता-पिता
उधर, पुलिस पूजा खेडकर के माता-पिता का पता नहीं लगा पा रही है. यह जमीन विवाद से जुड़ा मामला है जिसमें पूजा खेडकर की मां पुणे में एक किसान को पिस्तौल दिखाकर धमका रही थी. इससे जुड़ा वीडियो वायरल हो गया है. पुणे ग्रामीाण पुलिस बानेर इलाके में मनोरमा और दिलीप खाडेकर के बंगले पर गई थी.


घर पर नहीं मिले खेडकर दंपत्ति
पुणे ग्रामीण पुलिस की टीम बंगले के अंदर दाखिल हुई और लेकिन दरवाजा खटखटाने पर अंदर से कोई जवाब नहीं आया. पुलिस पुणे और अन्य इलाके में जांच कर रही है. बता दें कि धमकी देने के मामले में मनोरमा, दिलीप खेडकर और पांच अन्य पर केस किया गया है. हालांकि खेडकर दंपत्ति एकबार भी पूछताछ के लिए थाने नहीं आए और उनका फोन भी बंद आ रहा है.  


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