Illegal Sex Determination Center: महाराष्ट्र के बीड़ जिले में प्रशासन ने एक अवैध लिंग निर्धारण केंद्र का पर्दाफाश किया है तथा इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिले में गेवराय क्षेत्र के संजय नगर में इस केंद्र के खिलाफ कार्रवाई के दौरान एक सोनोग्राफी मशीन और गर्भपात के लिए खायी जाने वाली गोलियां भी जब्त की गयीं.


अवैध है गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग पता करना
पीसीपीएनडीटी कानून के तहत गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग का पता लगाना अवैध है. इस कानून का लक्ष्य बालिका भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाना है. स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर स्वास्थ्य प्रशासन ने पहले गुरूवार सुबह एक गर्भवती महिला को इस केंद्र में भेजा था.


राजस्व और स्वास्थ्य अधिकारियों का छापा
उन्होंने बताया कि गर्भस्थ शिशु के लिंग निर्धारण की जांच की पुष्टि हो जाने पर पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य अधिकारियों के एक दल ने वहां छापा मारा. उन्होंने बताया कि एक पुरूष और एक महिला को पकड़ लिया गया है जबकि तीसरा व्यक्ति वहां से भाग गया. अधिकारी ने बताया कि गर्भस्थ शिशु के लिंग का पता लगाने में इस्तेमाल आने वाली सोनोग्राफी मशीन और गर्भपात के लिए गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली दवाइयां मौके से जब्त की गयीं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में गेवराई थाने में मामला दर्ज किया गया है. लिंग निर्धारण का तात्पर्य जन्मपूर्व या जन्म से पहले भ्रूण के लिंग का परीक्षण करना है. बता दें, भारत में जन्म से पहले लिंग का पता लगाना गैर-कानूनी है. ऐसा करने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है. अकसर देश के कई हिस्सों से ऐसे लोग पकड़े जाते हैं जो इस काम को अंजाम देते हैं.


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