Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बढ़ रहे कोरोना के मामलों ने राज्य सरकार को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है. राजधानी मुंबई में 1 मार्च के बाद पहली बार मंगलवार को कोरोना के 100 से अधिक मामले दर्ज किए गये थे. हालांकि कोरोना के कारण किसी की मौत नहीं हुई है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बैठक में लेंगे फैसला- राजेश टोपे
इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा कि "देश के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बीच महाराष्ट्र में भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना फिर से अनिवार्य किया जा सकता है. राज्य में सभी कोविड-19 प्रतिबंधों को हटाना है. हालांकि राजेश टोपे ने जोर देकर कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि महाराष्ट्र में अभी सक्रिय मामलों की संख्या 1000 से नीचे है. जबकि राज्य में प्रति मिलियन मामलों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य के जिला कलेक्टरों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक कर सकते हैं. मुझे लगता है कि यह निर्णय (भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना) बैठक के बाद लिया जा सकता है."
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से की थी बातचीत
बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों से बातचीत की थी. इस बातचीत का उद्देश्य राज्यों में कोविड के नियमों को फिर से लागू करने पर था, जिससे कोरोना के बढ़ते मामलों को समय रहते हुए रोका जा सके.
महाराष्ट्र में 2 अप्रैल से कोरोना प्रतिबंधों को हटा लिया गया था
इस मीटिंग के बाद महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे मीडिया से बातचीत की, उन्होंने कहा कि दिल्ली ने मारक पहनना अनिवार्य कर दिया है और 500 रुपये का जुर्माना भी लगा रही है. यहां तक कि दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जिले में भी मास्क प्रतिबंध वापस आ गया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में आम चर्चा यह है कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क अनिवार्य किया जाए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 2 अप्रैल को सभी कोरोना प्रतिबंधों को हटा लिया गया था.