नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में ध्वजारोहण किया. आरएसएस मुख्यालय में इसके लिए एक समारोह का आयोजन किया गया था. इसमें आरएसएस के कुछ स्वयंसेवक और प्रचारक मौजूद थे. स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए संघ के मुख्यालय में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. झंडा रोहण के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि भारत को काफी संघर्ष के बाद आजादी मिली और उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है.


पथ संचलन करेंगे आरएसएस के स्वयंसेवक


आरएसएस ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नागपुर के रेशमबाग क्षेत्र स्थित डॉक्टर हेडगेवार स्मारक समिति में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें नागपुर महानगर के सहसंघचालक श्रीधर गाडगे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. आरएसएस के स्वयंसेवक सोमवार शाम पांच बजे शहर के विभिन्न हिस्सों में ‘पथ संचलन’ (मार्च पास्ट) भी करेंगे.


मोहन भागवत ने लोगों से क्या अपील की


ध्वजारोहण करने के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को काफी संघर्ष के बाद आजादी मिली और उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है. देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पर महाराष्ट्र के नागपुर शहर में स्थित संघ मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद भागवत ने वहां आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व को शांति का संदेश देगा.


भागवत ने कहा,''आज गर्व और संकल्प का दिन है. देश को बहुत संघर्ष के बाद आजादी मिली. उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है.'' भागवत ने यह भी कहा कि लोगों को नहीं पूछना चाहिए कि देश और समाज उन्हें क्या देता है,बल्कि यह सोचना चाहिए कि वे देश को क्या दे रहे हैं.


यह भी पढ़ें


Independence Day 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लुधियाना में किया ध्वाजारोहण, आजादी पर कही यह बात


Independence Day: 'चुनौतियों के बावजूद भारत न रुका, न झुका, आगे बढ़ता रहा', PM मोदी ने बताया 75 साल में कहां से कहां पहुंचा देश