International Buddhist Conference: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को कहा कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा और श्रीलंका और थाईलैंड के प्रधानमंत्री अगले महीने मुंबई में बौद्ध धर्म पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 'धम्म दीक्षा' में भाग लेंगे. अठावले ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सम्मेलन 15 दिसंबर को वर्ली के स्पोर्ट्स स्टेडियम और 16 दिसंबर को महालक्ष्मी रेस कोर्स में आयोजित किया जाएगा. अठावले ने कहा कि डॉ. बी आर आंबेडकर ने 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में बौद्ध धर्म अपनाने के बाद मुंबई में एक धम्म दीक्षा सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन उसी साल 6 दिसंबर को उनका निधन हो गया.


क्या बोले केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले?
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल यहां सम्मेलन होने से आंबेडकर का सपना पूरा होगा.' उन्होंने कहा कि दलाईलामा के अलावा, श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्द्धने, थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन, भूटान की राजकुमारी केसांग वांग्मो वांगचुक और कंबोडिया, वियतनाम, थाईलैंड और अन्य देशों के बौद्ध नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे. महाराष्ट्र के प्रमुख दलित नेता अठावले ने अपील की कि बौद्ध और आंबेडकर के अनुयायियों को बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए.


क्या है आईबीसी?
IBC सबसे बड़ा धार्मिक बौद्ध संघ है. इसका उद्देश्य वैश्विक मंच पर बौद्ध धर्म के लिए एक भूमिका बनाना है ताकि विरासत को संरक्षित करने, ज्ञान साझा करने और मूल्यों को बढ़ावा देने में मदद मिल सके और वैश्विक प्रवचन में सार्थक भागीदारी का आनंद लेने के लिए बौद्ध धर्म के लिए एक संयुक्त मोर्चा का प्रतिनिधित्व किया जा सके. नवंबर 2011 में, नई दिल्ली ग्लोबल बौद्ध कॉन्ग्रिगेशन (जीबीसी) की मेजबानी कर रही थी, जहां उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से एक अंतरराष्ट्रीय छत्र निकाय - अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) बनाने का प्रस्ताव अपनाया.


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