Maharashtra civic elections: मुंबई बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मंगलवार को कहा कि नागरिक प्रशासन 2022 के निकाय चुनावों की तैयारी कर रहा है और राज्य चुनाव आयोग द्वारा वास्तविक मतदान कार्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले चुनाव पूर्व प्रक्रिया को पूरा करने और सुव्यवस्थित रूप से तैयार होने के लिए 30 से 45 दिनों का समय लगेगा. निकाय चुनावों के लिए बीएमसी ने तैयारी शुरू कर दी है जिसमें मतदान के लिए पंडाल बनाना, मतदान सूची तैयार करना और कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना शामिल है. चुनावों के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग, अस्थाई पांडालों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने, कतारों के सीमांकन और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई लोगों की नियुक्ति की जानी है.
हम चुनाव आयोग के निर्देशों और शेड्यूल का इंतजार करेंगे
बीएमसी में अतिरिक्त नगर आयुक्त और चुनाव प्रभारी संजीव कुमार ने कहा, “हम मतदाता सूची तैयार कर रहे हैं और चुनाव से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए निविदाएं पहले ही मंगाई जा चुकी हैं और प्रक्रिया जारी है." एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें पूरी तैयारी के लिए लगभग 30 दिन का समय लगेगा. अधिकारियों ने कहा कि बीएमसी चुनाव आयोग के निर्देशों और कार्यक्रम का इंतजार करेगी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 मई को महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को चुनाव के कारण राज्य में कई स्थानीय निकायों के चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने का निर्देश दिया.
12 मई तक सभी तैयारियों का ब्योरा सौपें
वहीं महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने मंगलवार को ठाणे, नवी मुंबई, बृहन्मुंबई, वसई-विरार, कल्याण डोंबिवली, पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, नासिक, सोलापुर, नागपुर, अमरावती, उल्हासनगर, कोल्हापुर और अकोला सहित 14 स्थानीय निकायों वार्ड की सीमाओं को अंतिम रूप देने साथ ही इसके लिए समय सीमा और समय सारिणी तय करने के निर्देश जारी किए. डेडलाइन के तहत सभी निकायों को 11 मई तक सभी तैयारियों को पूरा करने और 12 मई तक इस संबंध में चुनाव आयोग को सूचित करने का निर्देश दिया है. इसके बाद एक सरकारी राजपत्र में अंतिम अधिसूचना 17 मई तक प्रकाशित की जाएगी.
कोरोना की वजह से बढ़ सकती है मतदान केंद्रों की संख्या
नागरिक अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि मार्च के पहले सप्ताह में बीएमसी ने 236 चुनावी वार्डों के लिए पुनर्निर्धारित सीमाओं का मसौदा चुनाव आयोग को प्रस्तुत किया. बुधवार को बीएमसी अंतिम वार्ड की सीमाएं राज्य चुनाव आयोग को सौंपेगी. बता दें कि 2017 में बीएमसी को प्रति मतदान केंद्र पर एक हजार दो सौ मतदाताओं की सीमा दी गई थी. हालांकि इस साल कोरोना के कारण बीएमसी ने अनुमान लगाया है कि प्रति मतदान केंद्र पर कम से कम 800 मतदाताओं को अनुमति दी जा सकती है और इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए बूथों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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