उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले के एक गांव में एक मंत्री की कार के चालक और स्थानीय निवासियों के समूह के बीच मामूली विवाद को लेकर हुईं झड़पों के बाद कर्फ्यू लगाना पड़ा. अधिकारियों ने बुधवार सुबह यह जानकारी दी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पल्थी गांव में हिंसा के दौरान कई दुकानों में आग लगा दी गई और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, जिसके बाद से सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.


गुलाबराव पाटिल की कार के ड्राइवर और स्थानीय लोगों में नोकझोंक


अधिकारी ने बताया कि कसाईवाड़ा में राज्य के मंत्री गुलाबराव पाटिल की कार के चालक और स्थानीय लोगों के एक समूह के बीच उस समय तीखी नोकझोंक हुई, जब चालक ने हॉर्न बजाकर रास्ता देने के लिए कहा.






मौके पर मौजूद नहीं थे स्वच्छता मंत्री पाटिल


शिवसेना के नेता और जलापूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री पाटिल इस मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके परिवार का एक सदस्य कार में सवार था. उन्होंने बताया कि हालांकि बहस मौके पर ही खत्म हो गई, लेकिन बाद में इलाके के कुछ लोग गांव के चौराहे पर गए और विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद एक और समूह वहां पहुंचा, जिसके बाद झड़पें हुईं. अधिकारी ने बताया कि गांव में कई दुकानें जला दी गईं.


दमकल वाहनों को किया गया तैनात


उन्होंने बताया कि गांव में अतिरिक्त पुलिस कर्मियों, राज्य रिजर्व पुलिस बल और दंगा नियंत्रण पुलिस टीमों के साथ-साथ दमकल वाहनों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है.


सुबह छह बजे तक रहेगा कर्फ्यू- एएसपी


जलगांव की एएसपी कविता नेरकर ने बताया, "दो युवकों के संगठन में विवाद हो गया था. विवाद के चलते कुछ दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दिया. तोड़फोड़ उस जगह हुई थी. इस घटना को लेकर 20 से 25 लोगों के ऊपर एफआईआर दर्ज किया गया है. इसमें से सात लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया गया है. पल्थी गांव में कर्फ्यू लगाया गया है जो सुबह छह बजे परिस्थिति को देखते हुए हटाया जाएगा. अभी गांव में पूरी तरह से शांति बनी हुई है." 


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