Jalna OBC Sabha: महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल समेत कई बड़े ओबीसी नेता आज आज जालना में एक सभा कर रहे हैं. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, महादेव जानकर ओबीसी बैठक स्थल पर पहुंच गए हैं. इसलिए अब राज्य का ध्यान इस बैठक पर आ गया है. इसके अलावा राज्य के कई प्रमुख ओबीसी नेता भी इस बैठक में शामिल होंगे. ABP माझा के अनुसार ये कुछ मांगें हैं जो सामने आई है.
इन नेताओं की क्या है मांगें?
1- मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल नहीं किया जाना चाहिए.
2- बिहार की तर्ज पर राज्य में भी ओबीसी की जातिवार जनगणना कराई जाए.
3- मराठा समाज को जारी किए गए फर्जी कुनबी प्रमाण पत्र रद्द किए जाएं.
4- फर्जी प्वाइंट लिस्ट तैयार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
5- कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने की 7 सितंबर 2023 की जीआर रद्द की जाए.
6- बंजारा समाज को एसटी वर्ग में शामिल कर प्रमाण पत्र वितरण किया जाए.
7- धनगर समाज का एसटी आरक्षण लागू किया जाए.
मनोज जारंग की बैठक
मनोज जरांगे का आंदोलन जालना के अंतरवाली सराती गांव से शुरू हुआ. अब ओबीसी की बैठक भी जालना जिले में ही हो रही है. दिलचस्प बात यह है कि यह बैठक अंतरवाली सरती गांव से महज 20 किमी दूर हो रही है. इसलिए कहा जा रहा है कि मनोज जारांगे के गढ़ में बैठक कर ओबीसी यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वे ओबीसी से सीधे मराठा समुदाय को आरक्षण देने के खिलाफ हैं.
मराठा आरक्षण का विरोध
मनोज जारांगे ने महाराष्ट्र में सभी मराठों को तत्काल ओबीसी से आरक्षण देने की मांग की है. हालांकि, ओबीसी नेताओं ने उनकी इसी मांग का विरोध किया है. तो इसी विरोध को दर्शाने के लिए आज अंबाड में ओबीसी की एक सार्वजनिक बैठक हो रही है. इस बैठक में राज्य के प्रमुख ओबीसी नेता शामिल होंगे. साथ ही इस बात की भी संभावना है कि ये ओबीसी नेता अपने भाषण से मराठा आरक्षण का खुलकर विरोध करेंगे. बैठक में छगन भुजबल, बीजेपी नेता पंकजा मुंडे, विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार, महादेव जानकर, गोपीचंद पडलकर, शिवाजीराव चोथे सहित ओबीसी नेता प्रकाश शेंडगे आदि उपस्थित रहेंगे.