Jalna Teacher Transfer: स्कूली जीवन में हर छात्र को एक दिन के लिए यह जरूर लगता है कि आज उसके शिक्षक स्कूल न आएं ताकि वो स्कूल में मस्ती कर सकें. लेकिन जब जालना के छात्रों के साथ ऐसा कुछ हुआ तो इस स्कूल के छात्रों ने पूरे गांव को अपने सिर पर उठा लिया. हुआ यूं  कि जालना जिले के अंबड तालुका के भांबरी गांव में स्कूल शिक्षकों के तबादले की खबर सुनने को मिली. गुरुजी को इस संबंध में किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज या कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली थी, गुरुजी के तबादले की खबर स्कूल के छात्रों में आग की तरह फैल गई और छात्र इस बात को लेकर आपस में बात करने लगे कि गुरुजी को अपने स्कूल से जाने से रोकने के लिए क्या किया जाए.


छात्रों ने इस तरह जताया विरोध
ट्रांसफर किए गए शिक्षक का नाम मछिंद्र घोड़से है. घोड़से पूरे स्कूल में छात्रों के पसंदीदा शिक्षक हैं. स्कूल में पहली कक्षा से लेकर अंतिम कक्षा तक भी गुरुजी प्रसिद्ध हैं. तब छात्रों ने एक विचार मंथन किया कि गुरुजी को कैसे रोका जाए. पूरे स्कूल के छात्रों ने सुबह में गांव में एक चक्कर लगाया और हाथों में तख्तियां लेकर 'घोड़से सर का तबादला रद्द करो, रद्द करो' के नारे लगाते हुए क्षेत्र से निकल पड़े. छात्रों के ऐसे विरोध ने पूरे गांव वालों का ध्यान खींचा. सरपंच, पुलिस और गांव के कई वरिष्ठ सदस्यों ने छात्रों की सराहना की. बहरहाल, इसकी चर्चा न केवल भंबेरी गांव बल्कि पूरे जालना जिले में हुई.


एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भांबरी के इस स्कूल में कक्षा पहली से सातवीं तक में कुल 369 छात्र हैं, जबकि स्कूल को 13 शिक्षकों की जरूरत है, लेकिन स्कूल में सिर्फ छह शिक्षक ही हैं. घोड़से सर का तबादला की खबर सुनते ही स्कूल के छात्र भावुक हो गए.


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