Eknath Shinde Appeal on Jalna Violence: महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है. शिवसेना-यूबीटी ने गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से इस्तीफे की मांग की है. इसी बीच, सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का इस मामले पर बयान आया है. उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर मराठा आंदोलनकारियों (Maratha Reservation Protest) से शांति बनाए रखने की अपील की है.


सीएम शिंदे ने वीडियो संदेश में कहा, ''जालना में हुई दुर्घटना बेहद दुखद है. मैंने आंदोलन के नेताओं से बात की, उनकी मांग को लेकर बैठक हुई. उनकी मांग को लेकर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई भी चल रही थी लेकिन उसके बाद भी आंदोलन शुरू हो गया. मैंने इस आंदोलन को वापस लेने की बात भी सामने रखी थी लेकिन अचानक आंदोलन की स्थिति खराब हो गई. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मैंने जिलाधिकारी से संपर्क किया, और इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली. मामले की उच्च स्तरीय जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं. घटना में जख्मी हुए सभी लोगों का इलाज सरकारी खर्चे से किया जाएगा.सभी लोग शांति बनाए रखें.''



आरक्षण का मुद्दा अभी भी कोर्ट में - सीएम शिंदे
सीएम शिंदे ने आगे कहा, ''साल 2014 में जब महायुती की सरकार थी उस दौरान मराठा आंदोलन की नींव रखी गई. सुप्रीम कोर्ट से आरक्षण रद्द हुआ, यह किसकी नाकामी की वजह से हुआ इसके बारे में सब जानते हैं. मेरी अभी इस विषय पर बोलने की इच्छा नहीं, मराठा आरक्षण का मुद्दा अभी भी न्यायालय में है, राज्य सरकार इस पर लड़ने के लिए तैयार है और उसके लिए उन्होंने वकीलों की एक फौजी भी तैयार कर रखी है.''


मराठा विद्यार्थियों को क़ॉलेजों में मिला दाखिला- सीएम शिंदे
सीएम शिंदे ने कहा कि मराठा आरक्षण देने के लिए मंत्रियों की एक समिति का गठन किया गया है. कई वरिष्ठ वकीलों की टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है. 2014 में कई विद्यार्थियों और लोगों को नौकरी मिली और कॉलेज में दाखिला मिला. मराठा समाज को सरकार की तरफ से कई लाभ दिए गए हैं, अनेक सरकारी योजनाओं के तहत कई विद्यार्थियों को करोड़ों रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की गई. विदेश में शिक्षा प्राप्त की जा सके इसलिए कई स्कॉलरशिप दी गई. 


स्वार्थ साधने में जुटे राजनेता- सीएम शिंदे


उन्होंने आगे कहा, ''मराठा समाज को आरक्षण मिलना ही चाहिए, यह हम सभी की प्रामाणिक भूमिका है. मराठा समाज अपने हक के लिए शांतिपूर्वक लड़ रहा है. राज्य भर में लगभग 58 अलग-अलग मोर्चे निकल गए जो बिल्कुल शांतिपूर्वक थे. लेकिन कुछ स्वार्थी नेता मराठा युवाओं के जरिए अपना स्वार्थ साधने का प्रयास कर रहे हैं. मराठा समाज से मैं यह आवाहन करता हूं कि सरकार उनके न्याय के लिए खड़ी है. मराठी युवाओं के भावनाओं से खेल कर कोई भी राजनीति न करें.''


मैं भी हूं मराठा- सीएम शिंदे


सीएम शिंदे लोगों से अपील करते हुए कहा, ''मेरी आपसे हाथ जोड़कर यही विनती है कि कृपया संयम रखें, आंदोलन की आग में खुद को स्वार्थ की पुड़िया सेंकने वालों से सावधान रखिए. मैं सामान्य किसान का बेटा हूं. मैं भी मराठा हूं, समाज की वेदना और व्यथा के बारे में मैं समझता हूं. जब तक मराठा आरक्षण नहीं मिल जाता मैं शांतिपूर्वक नहीं बैठूंगा यह एकनाथ शिंदे के शब्द हैं.''


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