Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र में इस समय लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी जोरों पर है. पार्टी प्रत्याशियों के लिए समर्थन जुटाने की कवायद जारी है तो दूसरी विपक्षी गुट के नेता से भी समर्थन मांगा जा रहा है. इसका ताजा उदाहरण हातकणंगले में सामने आया है जहां एनसीपी शरद चंद्र पवार के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल  (Jayant Patil) ने शिंदे गुट के विधायक राजेंद्र पाटिल (Rajendra Patil) यद्रावकर से मुलाकात की है.


इसमें हातकणंगले में महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवार को मदद करने की भी अपील की गई है. यद्रवकर और जयंत पटल की मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है. दोनों की मुलाकात जयसिंहपुर में यद्रावकर के घर पर हुई थी. इस मुलाकात के दौरान जयंत पाटिल के बेटे प्रतीक पाटिल मौजूद रहे. जयंत पाटिल ने विधायक यद्रवकर से हातकणंगले के ठाकरे उम्मीदवार सत्यजीत पाटिल सरूदकर की मदद करने को कहा.


जयंत पाटिल और राजेंद्र पाटिल की मुलाकात चढ़ीं भौहें
शिंदे गुट के विधायक राजेंद्र पाटिल यद्रवकर के साथ जयंत पाटिल की मुलाकात ने कई लोगों की भौंहें चढ़ा दी हैं. धैर्यशील माने से नाराजगी के कारण हातकणंगले लोकसभा सीट के लिए राजेंद्र पाटिल यद्रवकर के भाई संजय पाटिल यद्रवकर का नाम भी चर्चा में था. राजेंद्र पाटिल यद्रावकर निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. तब से उन्होंने शिंदे गुट का समर्थन किया है. मोहिते राजेंद्र पाटिल यद्रवकर एनसीपी में थे, लेकिन नामांकन नहीं मिलने के बाद 2019 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया.


इस चुनाव में मोहिते पाटिल निर्वाचित हुए थे, हालांकि उनके एनसीपी नेताओं से पहले से ही दोस्ताना संबंध रहे हैं और इसलिए राजेंद्र टोपे ने कुछ महीने पहले राजेंद्र पाटिल यद्रवकर से मुलाकात भी की थी. अब जयंत पाटिल से मुलाकात हुई. लेकिन चुनाव से पहले जयंत पाटिल का दौरा बहुत कुछ कहता है.


महायुति की चर्चा में शामिल न करने से नाराज राजेंद्र पाटिल
राजेंद्र पाटिल यद्रावकर महायुति से नाराज हैं. उन्हें इस बात से नाराजगी थी कि समर्थन करने वाले विधायकों को भी महायुति की चर्चा में शामिल नहीं किया गया. राजेंद्र पाटिल यद्रावकर ने भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अपनी नाराजगी जाहिर की. 


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