(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sharad Pawar: 'लोकतंत्र में एक नेता...', NCP महासचिव के पद से इस्तीफा देने के बाद जितेंद्र आव्हाड का बड़ा बयान
Sharad Pawar Resign: एनसीपी महासचिव के पद से इस्तीफा देने के बाद जितेंद्र आव्हाड ने बड़ा बयान दिया है. आव्हाड ने कहा, शरद पवार को अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए.
Jitendra Awhad on Sharad Pawar: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जैसे ही अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान किया, राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है. शरद पवार से इस्तीफा वापस लेने की मांग हर स्तर से तेज होने लगी. पवार के इस्तीफे से कई पदाधिकारियों ने भी अपने पद छोड़ इस्तीफा दे दिया है.
इस बीच एनसीपी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र अवध ने भी अपने प्रदेश महासचिव के पद से इस्तीफा देकर इस मामले को झटका दे दिया है. इन तमाम मामलों के बाद उन्होंने आज फिर मीडिया से बातचीत की. इस बार उन्होंने फिर से शरद पवार से लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया है.
क्या बोले जितेंद्र आव्हाड?
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “कल दोपहर से मेरी स्थिति स्पष्ट है, उन्हें अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए. मैं शरद पवार को पिछले 40 साल से जानता हूं. वे हमेशा कहते हैं कि जहां भी लोगों का झुकाव है, यह उनके दिमाग के खिलाफ हो सकता है, लेकिन लोकतंत्र में एक नेता को हमेशा लोगों की कला के साथ चलना चाहिए. आज क्या चलन है? महाराष्ट्र में आम कार्यकर्ताओं की क्या भावना है? शरद पवार को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. आज भी हमारी स्थिति स्पष्ट है, उन्हें अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए."
सुप्रिया सुले होंगी अध्यक्ष?
शरद पवार के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सुप्रिया सुले के अध्यक्ष बनने की चर्चा तेज हो गई है. राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा चल रही है. इस बीच जब जितेंद्र आव्हाड से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक वाक्य में जवाब दिया. हमारी राय है कि शरद पवार को अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए."
इस्तीफा देते हुए आव्हाड ने क्या कहा?
जितेंद्र आव्हाड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके साथ कई पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र में लोगों की बात सुनी जानी चाहिए. एक नेता को लोगों के झुकाव के अनुसार कार्य करना चाहिए. शरद पवार ने ऐसा फैसला क्यों लिया? उन्हें हम पर विश्वास क्यों नहीं किया? क्या हमारा जीवन उनके लिए कुछ भी नहीं है?
हम उस लड़ाई को कैसे लड़ेंगे जो हम शरद पवार के बिना लड़ना चाहते हैं? आज मैंने प्रदेश महासचिव के पद से इस्तीफा दिया है. शरद पवार को हमारी पार्टी में नए लोगों को लेना चाहिए. हमने भी नए लोगों को मौका देने के लिए इस्तीफा दिया है. लेकिन शरद पवार को इस्तीफा नहीं देना चाहिए."