Kalyan Controversy: महाराष्ट्र के कल्याण में 'उत्तर भारतीय बनाम मराठी मानुष' का विवाद देखने को मिला है. महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (MTDC) में काम करने वाले एक शख्स का एक मराठी परिवार के साथ झगड़ा हुआ. ये मामला अब बढ़ता जा रहा है. इस झगड़े को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं और अब इस पर राजनीति गरमा रही है. राज ठाकरे की MNS भी मैदान में उतर गई है, तो वहीं यह मामला विधानसभा में भी गूंजा. डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस पर नाराजगी जताई है और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
यह मामला योगीधाम नामक परिसर का है जहां एक हाई प्रोफाइल सोसायटी अजमेरा हाइट्स में 'नॉर्थ इंडियन vs मराठी' का विवाद हुआ. लड़ाई की वजह बड़ी मामूली सी बताई जा रही है. यह झगड़ा घर के बाहर धूपबत्ती जलाने को लेकर हुआ और कर्मचाकी ने कहा, "तुम मराठी लोग गंदे हो... आप मटन मछली खाते हैं". इसी के बाद माहौल गरमा गया.
लगा पिटाई का आरोप
MTDC विभाग में अकाउंट मैनेजर के पद पर कार्यरत शख्स पर आरोप है कि उसने कुछ लोगों को बुलाकर मराठी परिवार के साथ मारपीट की. इस घटना में तीन लोग घायल हो गए और इनमें से एक का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
क्या थी विवाद की वजह?
मराठी परिवार का कहना है कि रोजाना की तरह MTDC कर्मचारी की पत्नी घर के बाहर भगवान की पूजा कर धूप जला रही थीं. इस पर उनके पड़ोसी ने कहा कि घर में तीन साल का बच्चा और बुजुर्ग मां हैं, जो धूपबत्ती के धुएं से परेशान हैं, लेकिन महिला बहस करने लगीं. इसके बाद दोनों परिवारों में बहस बढ़ गई.
आरोप है कि एमटीडीसी कर्मचारी ने 10-15 गुंडों को बुलाया और मराठी परिवार के सदस्यों को लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा. इस घटना में एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया और उन्हें इलाज के लिए मुंबई के सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, पुलिस मामला दर्ज करके इस मामले की जांच कर रही है.
डिप्टी सीएम अजित पवार का बयान
इसको लेकर अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार का बयान सामने आया है. उन्होंने सदन में कहा, "कल्याण के योगीधाम इलाके में अजमेरा हाइट्स सोसायटी में कल हुए विवाद के मद्देनजर, मराठी लोगों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले एक अमराठी व्यक्ति ने प्रशासन में अपने उच्च पद का दुरुपयोग करते हुए ऐसा बयान दिया है जो मराठी लोगों की पहचान को कमजोर करता है."
आज विधानसभा में आपात चर्चा में इस मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र शिव-शाहू-फुले-आंबेडकर का महाराष्ट्र है. इस महाराष्ट्र में मराठी लोगों के खिलाफ किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कल्याण मामले की जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ उसके पद और सामाजिक पहचान पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना उचित कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाएगा."
वहीं, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि महाराष्ट्र में प्रत्येक मराठी व्यक्ति के सम्मान और गरिमा को बनाए रखने के लिए आवश्यक सावधानी बरती जाएगी.
यह भी पढ़ें: Maharashtra: मंत्री नहीं बनने के बाद अजित पवार से नाराज छगन भुजबल का बड़ा बयान, 'मेरे लिए पद...'