Watch: 'नेता के के लिए टेंट कूलर...जनता को...', लू से 13 लोगों की मौत होने पर महाराष्ट्र सरकार बरसे कन्हैया कुमार
Maharashtra Bhushan Award: महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के दौरान हीटस्ट्रोक से 13 लोगों की मौत होने के बाद कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा है और कई सवाल भी उठाये हैं.
Kanhaiya Kumar on Maharashtra Bhushan Award: वरिष्ठ कलाकार अप्पासाहेब धर्माधिकारी को रविवार को राज्य सरकार द्वारा महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. हालांकि, इस समारोह के दौरान हीटस्ट्रोक के कारण 13 लोगों की जान चली गई और कई का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस पृष्ठभूमि को लेकर राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. विपक्ष ने कड़े शब्दों में सरकार पर हमला बोला है. इस संबंध में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने महाराष्ट्र सरकार की नीति पर सवाल उठाया है.
महाराष्ट्र सरकार पर साधा निशाना
महाराष्ट्र में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में सरकार की गैरजिम्मेदारी से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. कन्हैया कुमार ने कहा, हमारी मांग है कि सरकार बिना कारण बताए इसकी जिम्मेदारी ले और कुछ सवालों के जवाब दे. कन्हैया ने सवाल किया, “वहां एक सरकारी समारोह आयोजित किया जा रहा था और सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री वहां मौजूद थे. फिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई? आप इवेंट की तैयारी के लिए एक कंपनी को 13 करोड़ का ठेका देते हैं. तो अगर किसी नेता को टेंट या मंडप, कूलर, एसी की जरूरत हो सकती है तो जनता के लिए क्यों नहीं?
महाराष्ट्र में सरकारी कार्यक्रम में 11 लोगों की दर्दनाक मौत पर हम शोक व्यक्त करते हैं।
— Congress (@INCIndia) April 17, 2023
हमारी मांग है कि सरकार बिना किसी लाग-लपेट के इसकी जिम्मेदारी ले और जवाब दे कि-
"जब नेता के लिए टेंट, कूलर-एसी लग सकता है तो जनता के लिए क्यों नहीं?"
: @kanhaiyakumar जी pic.twitter.com/g1pjaU0usj
कन्हैया कुमार ने निशाना साधते हुए पूछा, हर कोई अपने मोबाइल पर मौसम की स्थिति की जांच कर सकता है. तो मंत्री का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया? क्या उन्हें नहीं पता था कि अप्रैल, मई, जून में देश का मौसम गर्म हो जाता है?
महाराष्ट्र की सरकार पर कसा तंज
कन्हैया कुमार ने कहा, "गर्म हवा चलती है. इससे लोगों की सेहत बिगड़ती है. क्षमता से अधिक लोग एकत्रित हुए तो जाहिर सी बात है कि परेशानी होगी. लोगों की मूलभूत सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा गया. पानी की व्यवस्था नहीं थी. उनके लिए छाया की कोई व्यवस्था नहीं थी. क्योंकि सरकार का पूरा फोकस तस्वीरें लेने में है. फोटो फ्रेम कूल होना चाहिए".
देश में लोकतंत्र है या नहीं? कन्हैया कुमार ने कहा कि अगर देश में लोकतंत्र है तो चुनी हुई सरकार सरकारी कार्यक्रम करती है, वहां लोगों को आमंत्रित किया जाता है और अगर वहां कोई दुर्घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार को लेनी होती है.