Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में कपिल सिब्बल के 'इंसाफ' को मिला समर्थन, उद्धव ठाकरे बोले- इस नए कदम में साथ दें
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां एक बयान में कहा कि वे सभी राजनीतिक पार्टियां जो देश में लोकतंत्र बनाए रखना चाहती हैं, उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए.
Kapil Sibal Insaaf: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सांसद व अधिवक्ता कपिल सिब्बल द्वारा शुरू किए गए मंच ‘इंसाफ’ का समर्थन किया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां एक बयान में कहा कि वे सभी राजनीतिक पार्टियां जो देश में लोकतंत्र बनाए रखना चाहती हैं, उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए.
ठाकरे ने कहा, ‘‘वे सभी लोग जो चाहते हैं कि लोकतंत्र फूलता-फलता रहे उन्हें पूरी मजबूती के साथ कपिल सिब्बल के इस नये कदम का साथ देना चाहिए.’’
राज्यसभा सदस्य सिब्बल ने घोषणा की थी कि वह देश में ‘अन्याय’ के खिलाफ लड़ने के लिए नया मंच ‘इंसाफ’ शुरू कर रहे हैं और उन्होंने मुख्यमंत्रियों और विपक्षी दलों के अन्य नेताओं से इसका समर्थन करने का भी अनुरोध किया.
सिब्बल ने कहा कि वह अन्याय के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद करने के लिए ‘इंसाफ’ मंच और ‘इंसाफ के सिपाही’ नामक वेबसाइट शुरू कर रहे है और इस पहल में वकील अग्रणी भूमिका निभाएंगे.
सिबल ने समर्थन देने का अनुरोध किया
उन्होंने बताया कि वह 11 मार्च को जंतर-मंतर पर इस पहल के संबंध में एक बैठक करेंगे और भारत के लिए एक नयी दृष्टि पेश करेंगे. सिब्बल ने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विपक्षी नेताओं और आम लोगों समेत सभी को खुला निमंत्रण है. उन्होंने अपनी इस पहल के लिए गैर-भाजपाई मुख्यमंत्रियों और नेताओं से समर्थन देने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा, ‘‘यह राष्ट्रीय स्तर का एक मंच होगा, जिसमें वकील सबसे आगे होंगे. आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की शाखाएं भी हर इलाके में अपनी विचारधारा का प्रसार कर रही हैं, जो अन्याय को बढ़ावा देती है. हम उस अन्याय से भी लड़ेंगे.’’
वरिष्ठ अधिवक्ता ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह किसी राजनीतिक दल की शुरुआत कर रहे हैं.
शिवसेना में विभाजन के मामले में उच्चतम न्यायालय में उद्धव ठाकरे गुट के वकील कपिल सिब्बल हैं. जून 2022 में एकनाथ शिंदे और उनके साथ विधायकों/सांसदों ने शिवसेना का साथ छोड़ दिया था जिसके कारण ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गयी थी.