(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kasba By-election 2023: कसबा सीट से कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर ने बनाई जबरदस्त बढ़त, बीजेपी की बढ़ी बौखलाहट
Kasba By-election Results 2023: पुणे में आज दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. कसबा सीट से पहले ही राउंड में कांग्रेस के रविंद्र धंगेकर में जबरदस्त बढ़त बना ली है. ऐसे में अब बीजेपी की टेंशन बढ़ने लगी है.
Kasba By-election Results 2023 Live: कसबा और चिंचवाड़ ( Pune Bypoll Election ) वोटों की गिनती शुरू हो गई है. कसबा में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. पहले दौर से कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर आगे चल रहे हैं. रवींद्र धंगेकर सातवें राउंड तक आगे चल रहे हैं. उन्होंने कहा, यह जनता का मोर्चा है. लोग मुझ पर भरोसा करते हैं. वहीं, बीजेपी के हेमंत रसाने शंकर महाराज समाधि मठ में साधना कर रहे हैं और वो काफी पीछे चल रहे हैं.
रवींद्र धंगेकर को जीत का पूरा भरोसा
कसबा के कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र धंगेकर को मतगणना में जाने से पहले उनकी पत्नी ने बधाई दी. उन्होंने घर में भगवान के चरणों में मतगणना के दिन की शुरुआत कर दी है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि आज मेरी विजय होगी. कुछ ही समय में, वह पुणे के ग्राम देवता कसबा गणपति के दर्शन करेंगे और सभी श्रमिकों के साथ चाय पिएंगे हैं. उन्होंने कहा, मुझे कोई टेंशन नहीं है. उन्होंने विश्वास जताया कि आज मेरी जीत होगी.
20 हजार से ज्यादा वोटों से जीतूंगा: रवींद्र धंगेकर
जिस दिन मैंने फॉर्म भरा उस दिन मैं जीत गया. मतपेटी में वोटों की बारिश हो रही है. लोगों ने 30 साल तक एक बच्चे की तरह मेरा ख्याल रखा. हेमंत रसाने निर्वाचित हो रहे थे क्योंकि उनके पास कमल का चिन्ह था. कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र धंगेकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिना चुनाव चिह्न के वे जीरो हैं. उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि मैं 20 हजार वोटों से जीतूंगा.
बीजेपी की बौखलाहट बढ़ी
पुणे सीट से भी रवींद्र धंगेकर को बढ़त मिलने के बाद बीजेपी की बौखलाहट बढ़ गई है. पेठ कुछ अन्य पेठों पर बीजेपी के हेमंत रसाने का दबदबा है. लेकिन जब से धंगेकर ने इस क्षेत्र से मोर्चा संभाला है, बीजेपी की टेंशन कुछ हद तक बढ़ गई है. रसाने ने तीसरे और चौथे राउंड में बढ़त बना ली थी. बाद के राउंड में वो पिछड़ गए. एक तरफ वोटों की गिनती चल रही है तो दूसरी तरफ रसाने के देवदर्शन हो रहे हैं.
क्या धंगेकर बीजेपी का गढ़ बरकरार रख पाएंगे?
कसबा पेठ में जहां बीजेपी का दबदबा है, वहीं सदाशिव पेठ, नारायण पेठ और शनिवार पेठ में लोगों ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. इसलिए धंगेकर को इस क्षेत्र में भी अधिक वोट मिले हैं. इन सभी क्षेत्रों में हेमंत रसाने ने हमेशा काम किया है. वहां के वोटर उनका समर्थन करते हैं. लेकिन लगता है कि उसी इलाके में लोगों ने बीजेपी को सपोर्ट नहीं किया. इसलिए कहा जा रहा है कि धंगेकर बीजेपी के गढ़ को बरकरार रखेंगे.