Kasba By-election Results: क्या शिंदे के साथ गठबंधन से BJP को हुआ नुकसान? आदित्य ठाकरे ने इशारों-इशारों में कही ऐसी बात
Pune Kasba Bypoll Results: कसबा सीट पर जीत के बाद MVA नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कसबा की जनता ने उन्हें सबक सिखाया है.
MVA On Pune Kasba Bypoll Results: पुणे की कसबा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज आ चुके हैं. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र धंगेकर की जीत हुई है. उनकी जीत पर पार्टियों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग किया. उन्होंने कहा कि मंत्री मंडल पहुंचा और पैसे बांटे गए और गुंडों का सहारा लिया लेकिन कसबा की जनता ने उन्हें सबक सिखाया है. बीजेपी की उलटी गिनती शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि जनता के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं.
वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि कसबा में जीत हुई है और यह MVA की जीत है और जिस तरह पार्टी तोड़ी गई और उसे महाराष्ट्र की जनता ने देखा है. सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह निर्णय दिया हमने मांगा था. आदित्य ठाकरे ने आगे तंज कसते हुए कहा कि ये तो BJP को सोचना है कि गद्दारों के साथ जाकर उनका फायदा हुआ या नुकसान.
वहीं एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक जयंत पाटिल ने कहा कि गैस सिलेंडर में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई और पिछले 1 साल में 200 रुपये से ज्यादा बढ़ गया है. बढ़ती महंगाई को देखते हुए हमने टैक्स को कम करने की मांग की लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
इस सीट पर जो बीजेपी करीब 30 सालों से जीत रही थी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कसबा में जीत दर्ज हुई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मुक्ता तिलक के परिवार को टिकट नहीं दिया जबकि उन्हें मिलना चाहिए था लेकिन उन्होंने सोच समझकर अपनी ओर से बेहतर उम्मीदवार दिया होगा जिसे MVA ने हरा दिया.
वहीं अपनी जीत पर कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी का गढ़ नहीं था. कसबा सभी पार्टियों के कारण बीजेपी जीत रही थी. उन्होंने इसे जनता की जीत बताया है. कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, 'कस्बा भाजपा का गढ़ नहीं है, बल्कि यह गढ़ लोगों का है'. जीत के बाद कार्यकर्ताओं ने खुशी का जश्न मनाया. रवींद्र धंगेकर ने पहली प्रतिक्रिया दी है कि कसबा भाजपा का गढ़ नहीं है बल्कि यह किला जनता का है.
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