Pune Kasba Bypoll Result 2023: पुणे की कसबा उपचुनाव में एमवीए प्रत्याशी रवींद्र धंगेकर ने 11,040 मतों से जीत हासिल की है. कसबा पेठ उपचुनाव का रिजल्ट आ गया. इस सीट पर महाविकास अघाड़ी प्रत्याशी ने रवींद्र धंगेकर ने 11 हजार वोटों से जीत दर्ज की है. बीजेपी के गढ़ में यह कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत है. बीजेपी के पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर ने बीजेपी उम्मीदवार हेमंत रासने को हरा दिया है. लंबे समय से बीजेपी का गढ़ रही कसबा सीट पर रवींद्र धंगेकर की जीत से एमवीए में खुशी की लहर है.
कसबा उपचुनाव में कुल 50.06 फीसदी मतदान हुआ था. यहां से दो लाख 75 हजार 679 मतदाताओं में से 1 लाख 38 हजार 018 मतदाताओं ने मतदान किया था. मतगणना से पहले ही राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरदार चर्चा थी कि कांग्रेस पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्रों को बीजेपी के हाथों से छीन लेगी. जिसे आज आये नतीजों ने साबित कर दिया.
जनता के नेता के रूप बनाई पहचान
कसबा सीट से विजेता रवींद्र धंगेकर पिछले 25 वर्षों से कस्बा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न वार्डों से चुने गए. इसलिए यहां के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी सभी वार्डों में रवींद्र धंगेकर की अच्छी पकड़ है. इसके अलावा, उन्हें आम लोगों के नेता के रूप में जाना जाता है. इसलिए शुरू से ही इसका पलड़ा भारी माना जा रहा था. हेमंत रसाने और रवींद्र धंगेकर के बीच कांटे की टक्कर थी.
रवींद्र धंगेकर 2009 के विधानसभा चुनाव में कस्बा से तत्कालीन निर्वाचित बीजेपी उम्मीदवार गिरीश बापट के खिलाफ एक छोटे से अंतर से हार गए थे. धंगेकर तब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ थे. रवींद्र धंगेकर पांच बार के नगरसेवक हैं और उन्होंने पुणे नगर निगम (पीएमसी) में दो बार शिवसेना और मनसे का प्रतिनिधित्व किया है. वह 2017 में कांग्रेस में चले गए और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए थे. MNS में रहते हुए, धंगेकर MNS प्रमुख राज ठाकरे के विश्वासपात्र थे और उन्हें PMC में पार्टी का नेता भी बनाया गया था.
बता दें कि महाराष्ट्र में कस्बा पेठ उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने रवींद्र धंगेकर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. दिसंबर में मौजूदा बीजेपी विधायक मुक्ता तिलक के निधन के कारण यह सीट खाली हो हुई थी.
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