Maharashtra Cow: 'एक गाय के लिए दंगे होते हैं, लेकिन 52 गायों की मौत के बाद...' सामना से एकनाथ शिंदे गुट पर निशाना
Sanjay Raut on Eknath Shinde: महाराष्ट्र में 52 गायों की मौत के बाद सामना से उद्धव ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा है. सामना से इस मामले में जांच करने की भी मांग की गई है.
kolhapur Cow Death Case: सुमंगलम लोकोत्सव के दौरान जहर खाने से 52 गायों की मौत हो गई है. इसे लेकर सामना में राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा गया है. सामना में कहा गया, पालघर साधु कांड को हिंदुत्व का नरसंहार माना जाए तो कोल्हापुर में 52 गायों की मौत को भी हिंदुत्व के लिए खतरा मानना पड़ेगा. कनेरी मठ में गायों की मौत चिंता का विषय है. एक गाय के लिए दंगे करवाते हैं, लेकिन 52 गायों की संदेहास्पद मौत के बाद भी सरकार आंसू बहाने को तैयार नहीं है.
राज्य सरकार पर जमकर साधा निशाना
सामना में कहा गया, गाय को गोमाता कहने वालों का राज इस समय महाराष्ट्र और केंद्र में चल रहा है. इसलिए माना जाता था कि इंसानों से ज्यादा गायों को सुरक्षा मिलेगी. ऐसे में कोल्हापुर जिले के कनेरी मठ में 52 गायों की संदेहास्पद मौत हो गई, जबकि 50 गायों की हालत गंभीर है. यह सच है कि गायों की मौत से पूरे कोल्हापुर में हड़कंप मच गया, लेकिन इससे राज्य में भी हड़कंप मच गया. कनेरी मठ में पंचमहाभूत सुमंगलम लोकोत्सव चल रहा है. इस लोकोत्सव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, अन्य मंत्री आए थे. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी मठ में आए थे.
होनी चाहिए जांच
सामना में कहा गया, कनेरी मठ में 52 गायों की मौत के मामले की गहन जांच होनी चाहिए. पालघर साधु कांड को अगर हिंदुत्व का नरसंहार माना जाए तो कोल्हापुर में 52 गायों की मौत को भी हिंदुत्व के खिलाफ अपराध माना जाना चाहिए. मठ के मठाधीश कडसिद्धेश्वर स्वामी कहते हैं, चूंकि गायों की मौत जहर के कारण हुई है और प्राकृतिक नहीं है, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है और जहर देने का मामला किसी की अज्ञानता के कारण हुआ है.
गौरक्षक पर साधा निशाना
कोल्हापुर में गायों की मौत से तथाकथित हिंदू गौरक्षक चुप कैसे हैं? इस संबंध में 'हिंदू अवाक मोर्चा' क्यों नहीं बनाया गया है? गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून पारित किया गया है, लेकिन 52 गायों की संदेहास्पद मौत गौहत्या के बराबर नहीं है और इससे बीजेपी में शिंदे गुट के हिंदुओं का खून नहीं खौलता है.
'हिंदुत्व की शेखी बघारना और ढोंग'
सामना से निशाना साधते हुए कहा गया, अगर ऐसा कोई दूसरा राज्य होता तो फडणवीस समेत कई नेता दहाड़ते कि हिंदुत्व खतरे में है. गोवा में जहां सरकार की कृपा से खुले बाजार में बीफ मिलता है, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत कोल्हापुर के कनेरी मठ में गायों को चराने आते हैं, गायों का आशीर्वाद लेते हैं, ये क्या ढोंग है?