Kolhapur News: कोल्हापुर में 19 जून तक निषेधाज्ञा लागू, पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक, इंटरनेट बंद
Kolhapur Violence: कोल्हापुर में विरोध प्रदर्शन के बाद बिगड़े हालात को देखते हुए अपर जिलाधिकारी भगवान कांबले ने जिले में 19 जून तक निषेधाज्ञा लगाने का आदेश दिया है.
Kolhapur News: सोशल मीडिया पर मुगल बादशाह औरंगजेब और 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का कथित तौर पर महिमामंडन करने वाली आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ हिंदुत्व संगठनों के विरोध के बाद कोल्हापुर में तनाव व्याप्त हो गया है, जिसके कारण वाहनों और प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई और प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया. कोल्हापुर पुलिस ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर 17वीं सदी के मुगल बादशाह औरंगजेब और 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीरें दिखाने वाले कुछ स्टेटस संदेशों की जांच शुरू कर दी है.
क्या है मामला?
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने उन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करके कार्रवाई की है जिन्होंने ये आपत्तिजनक स्टेटस लगाए थे. दोनों धार्मिक संप्रदायों के समूहों के बीच झड़प के बाद, पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया और देर दोपहर तक स्थिति को नियंत्रण में लिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गुरुवार शाम तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जबकि 19 जून तक निषेधाज्ञा जारी की गई है, जिसमें पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
इन चीजों पर रहेगी रोक
आदेश के अनुसार हथियार, बंदूकें, तलवार, भाले, आग लगाने वाले या विस्फोटक पदार्थ, पत्थर, प्रदर्शन, सार्वजनिक घोषणाएं, गायन, संगीत वाद्ययंत्र बजाना, भाषण देना या क्लब या शारीरिक नुकसान पहुंचाने में सक्षम कोई भी वस्तु ले जाना निषिद्ध रहेगा.
मौजूदा स्थिति को लेकर उठे कानून व्यवस्था के सवाल के बाद मंगलवार (6 जून) की रात जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जिलाधिकारी को इस संबंध में रिपोर्ट दी गयी. फिर से, आपत्तिजनक पोस्ट या स्टेटस वायरल होकर कानून व्यवस्था को खतरे में डाल सकते हैं. इसलिए रिपोर्ट के मुताबिक अपर जिलाधिकारी भगवान कांबले ने मंगलवार शाम से 19 जून 12 बजे की मध्य रात्रि तक जिले में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है.
कोल्हापुर में बंद का आह्वान
इस बीच, शिव के राज्याभिषेक के दिन हुई इस घटना के बाद कोल्हापुर में हिंदू संगठनों ने एक साथ आकर 7 जून को कोल्हापुर बंद का आह्वान किया गया था. हिंदुत्ववादी संगठन छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर जुटे थे. इसके बाद धीरे-धीरे हालात बेकाबू होते गए. इस बीच थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए किसी पहचान की जरूरत नहीं है. पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने हिंदुत्ववादी संगठनों से बंद वापस लेने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है.