महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार को झटका! MVA की राह पकड़ने को तैयार NCP के एक बड़े नेता
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले ही दलबदल फिर से होती नजर आ रही है. एनसीपी के एक बड़े नेता महाविकास अघाड़ी की पार्टी में जा सकते हैं.
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Maharashtra News: अजित पवार खेमे से एक बड़े नेता महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) में जा रहे हैं. ऐसे में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में नए जोश के साथ उतरने की तैयारी कर रहे अजित पवार (Ajit Pawar) के मंसूबों को झटका लग सकता है. सूत्रों के मुताबिक कोल्हापुर में बिदरी फैक्ट्री के चेयरमैन और पूर्व विधायक केपी पाटिल (KP Patil) महाविकास अघाड़ी की राह पर हैं.
केपी पाटिल ने हाल ही में राज्य सरकार और महागठबंधन की आलोचना की थी. उनके गुस्से को देखते हुए लग रहा है कि वह विधानसभा चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी की किसी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. कोल्हापुर जिले में हसन मुश्रीफ के बाद केपी पाटिल, अजित पवार की पार्टी एनसीपी के सबसे बड़े नेता हैं. कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद केपी की महाविकास अघाड़ी से नजदीकियां बढ़ी हैं. इसलिए अगर भविष्य में पाटिल एनसीपी छोड़ते हैं तो यह अजित पवार के लिए बड़ा झटका होगा.
इसलिए MVA में जाने की है तैयारी
पाटिल ने कहा कि राधानगरी-भूदरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से शिंदे गुट के प्रकाश अबितकर विधायक हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें एक और मौका मिलना तय है. उस स्थिति में, अगर हम उस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो हमारे पास महाविकास अघाड़ी के अलावा कोई विकल्प नहीं है. दो दिन पहले महाविकास अघाड़ी ने कोल्हापुर में एक मार्च निकाला था, जिसमें पाटिल ने भाग लिया था.
अजित पवार के साथ इसलिए जाने का किया था फैसला
जब एनसीपी में विभाजन हुआ तो केपी पाटिल के कार्यकर्ताओं का कहना था कि हमें शरद पवार के साथ रहना चाहिए. हालांकि पाटिल ने कहा था कि वह बिदरी शुगर फैक्ट्री की कुछ अनुमतियों के लिए सरकार के साथ जा रहे हैं. हालांकि, अब लोकसभा के नतीजों के बाद ऐसा लग रहा है कि उनके कदम एक बार फिर महाविकास अघाड़ी की ओर बढ़ रहे हैं.
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