कुर्ला में हादसे वाली BEST बस के भीतर का फुटेज आया सामने, CST के पास टक्कर से एक की मौत
Kurla Bus Accident: 9 दिसंबर को मुंबई के कुर्ला इलाके में बेस्ट बस हादसे का वीडियो सामने आया है. इस बीच सीएसटी के पास फिर एक बेस्ट की बस ने टक्कर मारी दी और इसमें एक शख्स की मौत हो गई.
मुंबई के कुर्ला इलाके में 9 दिसंबर को हुए बेस्ट बस हादसे के घाव भरे भी नहीं थे कि बुधवार (11 दिसंबर) को सीएसीट के पास फिर एक बेस्ट की बस ने टक्कर मार दी. इसमें एक शख्स की मौत हो गई है. इस बीच कुर्ला में हुए हासदे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सात लोगों की मौत हो गई थी. वीडियो में दिख रहा है कि बस के अंदर कंडक्टर टिकट काट रहा है. बस में लोगों की भीड़ है. कुछ लोग सीट पर बैठे हैं और कुछ लोग खड़े हैं. तभी अचानक हादसा हो जाता है. अंदर यात्री पूरी तरह घबरा जाते हैं. कुछ देर में बस खाली हो जाती है.
बुधवार को मुंबई के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के अधिकारियों को संदेह है कि कुर्ला में हुई बेस्ट बस दुर्घटना मानवीय भूल और उचित प्रशिक्षण के अभाव’ के कारण हुई है. सोमवार रात की घटना के तुरंत बाद वडाला आरटीओ की जांच टीम ने पाया कि ‘ओलेक्ट्रा’ निर्मित इलेक्ट्रिक बस के ब्रेक ठीक से काम कर रहे थे .नगर निगम द्वारा संचालित बेस्ट उपक्रम की ई-बस ने सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे कुर्ला (पश्चिम) में एसजी बर्वे मार्ग पर पैदल चल रहे यात्रियों और वाहनों को टक्कर मार दी थी.
Mumbai: CCTV footage from inside the BEST bus involved in the Kurla accident has surfaced
— IANS (@ians_india) December 11, 2024
(Date: 09/12/2024) pic.twitter.com/jJhyfuMTVu
बाद में बस चालक संजय मोरे (54) को गिरफ्तार कर लिया गया. चालक मोरे के परिवार ने यह दावा किया कि ब्रेक फेल होना दुर्घटना का कारण हो सकता है और उसने शराब नहीं पी थी. मोटर वाहन निरीक्षक भरत जाधव के नेतृत्व में वडाला आरटीओ की एक टीम ने मंगलवार सुबह बेस्ट के कुर्ला डिपो में बस का निरीक्षण पूरा किया. नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि आरटीओ की टीम ने बस की जांच के दौरान पाया कि उसके ब्रेक ठीक से काम कर रहे थे. हालांकि, जांच रिपोर्ट जमा करने से पहले कुछ और चीजों की जांच करने के लिए उन्होंने ‘ओलेक्ट्रा’ और बेस्ट दोनों से कुछ विवरण मांगे हैं.
अधिकारी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चालक को ‘क्लच’ और ‘गियर’ रहित स्वचालित ट्रांसमिशन बस को चलाने का अनुभव नहीं था तथा संभवतः उसे 12 मीटर लंबे वाहन को चलाने की अनुमति देने से पहले उचित प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘अगर चालक को स्वचालित ट्रांसमिशन वाली बस चलाने का अनुभव नहीं है तो वह शुरुआत में गति बढ़ाने और ब्रेक लगाने का उचित निर्णय नहीं ले पाता, जिससे ऐसा लगता है कि मानवीय भूल के कारण दुर्घटना हुई होगी.’’ (पीटीआई इनपुट के साथ)
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