Maharashtra: रत्नागिरी जिले के दापोली तालुका में स्थित लाडघर समुद्र तट को एक लोकप्रिय ट्रेवल वेबसाइट पर सबसे रंगीन समुद्र तटों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. इस समुद्र तट का रेत लाल नहीं है, लेकिन सूर्यास्त के समय तट पर पड़े कंकड़ लाल रंग में रंगे हुए दिखाई देते हैं. लाडघर के सबसे रंगीन तटों में से एक के रूप में लिस्टिंग होने से पर्यटन क्षेत्र काफी उत्साहित है. यह समुद्र तट डॉल्फिन स्पॉटिंग के लिए काफी लोकप्रिय है.
तट के पत्थर रहते हैं आकर्षण का केंद्र
इस रेटिंग ने स्थानीय लोगों और टूर ऑपरेटरों का विश्वास बढ़ाया है. लाडघर समुद्र तट लगभग 3 किमी लंबा है जहां एक 300 साल पुराना भगवान दत्ता मंदिर और एक भगवान परशुराम मंदिर स्थित है. एक स्थानीय निवासी संदेश मौरे ने कहा कि तट के कंकड़ लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहते हैं. पर्यटक यहां तीर्थयात्रा, केला नौका विहार, पैरास्लाइडिंग आदि के लिए नियमित तौर पर आते हैं. यह क्षेत्र मुरुद, अंजारले और हार्ने बंदरगाह जैसे कुछ और समुद्र तटों से जुड़ा हुआ है.
भगवान परशुराम ने यहीं किया था स्नान
दापोली लाडघर बीच टूरिस्ट एसोसिएशन के सदस्य नरेश पेडनेकर ने कहा- भारत के 6 सबसे रंगीन समुद्र तटों में शामिल होने वाला लाडघर समुद्र तट पर्यटकों को अधिक आकर्षित करेगा. यह पवित्र स्थानों में से एक है जिसे 'तमस तीर्थ' के नाम से जाना जाता है. लाडघर बीच लाइफगार्ड एसोसिएशन के सदस्य और एक रिसॉर्ट के मालिक अमित हिरेमठ ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार,कई जीत के बाद खून से सने भगवान परशुराम ने समुद्र को धक्का देकर कोंकण की भूमि को पुनः प्राप्त करने के बाद यहां कहीं स्नान किया था. इसलिए इसे तीर्थ स्थलों में गिना जाता है.
रंगीन तट की लिस्ट में ये समुद्र तट भी
महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम, कोंकम के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक माने ने कहा कि कोरोना से पहले लगभग 9 लाख पर्यटक यहां आए. यह सूर्योदय और सूर्यास्त के समय काफी रंगीन रहता है. सबसे रंगीन तटों की सूची में अंडमान, लक्षद्वीप का बंगाराम समुद्र तट, कर्नाटक का तिलमती समुद्र तट, ओडिशा का अस्टारंगा समुद्र तट और गोवा का कोला समुद्र तट शामिल हैं.
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