Maharashtra Ladla Bhai Yojana: महाराष्ट्र की महायुति (Mahayuti) सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 'लड़की बहिन योजना' की घोषणा की है. इस लाभ के पहले चरण के तहत रक्षाबंधन पर बहनों के खाते में पैसा जमा किया जाएगा. इसके साथ ही राज्य सरकार ने अब भाइयों के लिए मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना 2024 की घोषणा की है. विपक्ष यह दावा कर रहा है कि विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को देखते हुए ऐसी योजनाएं लाई जा रही हैं.


मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना की घोषणा के बाद प्यारे भाइयों का क्या हुआ? ये सवाल विरोधियों ने पूछा था. उसी के जवाब में अब सरकार ने लड़का भाऊ योजना की घोषणा की है. महायुति सरकार ने कहा कि हमारा ध्यान भी प्यारे भाई पर है. इसके साथ ही सीएम एकनाथ शिंदे ने आषाढ़ी एकादशी के दिन पंढरपुर से महाराष्ट्र के लिए घोषणा की.


एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक लड़की बहिन और लड़का भाऊ योजनाओं की घोषणा करने के अलावा, मातंग समुदाय के लिए बार्टी भूमि पर आरती यानी अन्ना भाऊ साठे अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की गई है.


योजना का लाभ उठाने के लिए शर्त
युवाओं को फैक्ट्री में एक साल तक अप्रेंटिसशिप से गुजरना होगा.
वह जिस फैक्ट्री में काम करेंगे, वहां वजीफा सरकार देगी.
जिन अभ्यर्थी की उम्र 18 से कम और 35 से ज्यादा है उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा.
उम्र और अप्रेंटिसशिप जैसी शर्तों का पालन नहीं करने पर योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा.


मिलेगा यह लाभ
12वीं उत्तीर्ण छात्रों के लिए 6 हजार रुपये प्रतिमाह वजीफा.
डिप्लोमा धारक को 8 हजार रुपये प्रतिमाह वजीफा.
एक युवा स्नातक को प्रतिमाह 10,000 रुपये का वजीफा.


ट्रेनिंग पूरी करने के बाद युवाओं को संबंधित कंपनी की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा. अगर संबंधित प्रतिष्ठान या कंपनी को युवाओं का काम सही लगता है तो वे उन्हें वहां नौकरी दे सकते हैं. इसके अलावा संबंधित संस्थान युवाओं को राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले शिक्षा वेतन के अलावा भी अधिक राशि दे सकते हैं. राज्य सरकार द्वारा युवाओं को दिया जाने वाला वजीफा हर महीने दिया जाएगा. यह वजीफा छह महीने की अवधि के लिए मिलेगा. मुख्यमंत्री युवा प्रशिक्षण योजना का लाभ संबंधित युवा केवल एक बार ही ले सकते हैं.


ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: अजित पवार का डैमेज कंट्रोल, बीजेपी आज करेगी बैठक, उद्धव गुट ने बनाई ये रणनीति