Lok Sabha Election: पंकजा मुंडे को टिकट देने के पीछे क्या है BJP की रणनीति? समझें पूरा सियासी समीकरण
Lok Sabha Election 2024: पंकजा मुंडे ओबीसी समुदाय का बड़ा चेहरा हैं. मराठा और ओबीसी समुदायों के बीच कड़वाहट खत्म करने के लिए उन्होंने सरकार के सामने मांग रखी थी कि मराठा आरक्षण लागू किया जाना चाहिए.
![Lok Sabha Election: पंकजा मुंडे को टिकट देने के पीछे क्या है BJP की रणनीति? समझें पूरा सियासी समीकरण Lok Sabha Election Maharashtra Beed BJP Candidate Pankaja Munde OBC Vote Bank OBC Caste Equation Lok Sabha Election: पंकजा मुंडे को टिकट देने के पीछे क्या है BJP की रणनीति? समझें पूरा सियासी समीकरण](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/14/e6480bea3043c1b46e68277ea3d181041710419374796584_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Lok Sabha Election 2024 Maharashtra: महाराष्ट्र की 20 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. बुधवार 13 मार्च को जारी हुई दूसरी कैंडिडेट लिस्ट में बीड से पंकजा मुंडे को टिकट दिया गया है. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और पार्टी के दिवंगत वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे को महाराष्ट्र के बीड से मैदान में उतारने का फैसला ओबीसी वोटर्स को लुभाने के लिए एक सोचा-समझा कदम माना जा सकता है.
दरअसल, महाराष्ट्र की जनसंख्या में 52 प्रतिशत ओबीसी हैं. वहीं, वंजारी समुदाय में पकड़ रखने वाली पंकजा मुंडे को एक उभरते ओबीसी नेता के रूप में देखा जा रहा है. बीजेपी स्पष्ट रूप से पंकजा में ओबीसी समुदाय से समर्थन जुटाने की क्षमता देखती है, जो न केवल बीड में, बल्कि मराठवाड़ा क्षेत्र की सात अन्य लोकसभा सीटों पर भी महत्वपूर्ण होगा.
मराठवाड़ा वही क्षेत्र है जहां मराठा समर्थक कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने आरक्षण की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया था, विशेषकर ओबीसी कोटे से.
भाई धनंजय मुंडे से विधानसभा चुनाव हार गई थीं पंकजा
पंकजा 2019 का विधानसभा चुनाव अपने गृह जिले बीड के परली से चचेरे भाई और तत्कालीन अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सदस्य धनंजय मुंडे के खिलाफ हार गई थीं. हालांकि, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली मौजूदा शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल होने के बाद राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अब सौहार्दपूर्ण रिश्ते में बदल गई है. धनंजय मुंडे अब महायुति सरकार में कृषि मंत्री हैं.
पंकजा मुंडे ने भी उठाई थी ओबीसी आरक्षण की मांग
मराठा और ओबीसी कोटा विवाद पर, पंकजा मुंडे अपने रुख पर कायम थीं कि सरकार को मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करना चाहिए, जो कानून की कसौटी पर भी खरा उतरेगा. उन्होंने दृढ़ता से कहा था कि मराठा और ओबीसी समुदायों के बीच कड़वाहट खत्म होनी चाहिए.
महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवारों की पार्टी की सूची से उनका नाम गायब होने के बाद, पंकजा ने कहा था कि वह एक पद की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन महाराष्ट्र में 'ट्रिपल-इंजन' सरकार के गठन के बाद उनके लिए कोई निर्वाचन क्षेत्र नहीं छोड़ा गया था. इस सवाल पर कि क्या वह लोकसभा या राज्यसभा जाना चाहेंगी, उन्होंने जवाब दिया था कि अभी चयन करने में बहुत देर हो चुकी है. उन्होंने कहा था, 'अगर बीड और महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में मेरे समर्थक मुझे उस पद पर देखेंगे तो यह बड़ी बात होगी.'
यह भी पढ़ें: Maharashtra Politics: शरद पवार की तस्वीर के इस्तेमाल पर अजित पवार गुट ने जारी किया सर्कुलर, जानें इसमें क्या है?
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)