Maharashtra Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है. बारामती सीट से चुनाव लड़ने को तैयार सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना के नेता विजय शिवतारे शरद पवार पर निशाना साधा. उन्होंने पवार परिवार की आलोचना करते हुए सवाल किया, 'लोगों को हमेशा पवार परिवार के सदस्यों को वोट क्यों देना चाहिए?'


पूर्व राज्य मंत्री, 64 वर्षीय विजय शिवतारे ने बारामती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है. इस सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले लगातार तीसरी बार सांसद हैं. इससे पहले, उनके पिता और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के संस्थापक-अध्यक्ष शरद पवार 6 बार और उनके चचेरे भाई वर्तमान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख अजित पवार एक बार 1991 में यहां से चुने गए थे. 


बारामती से सुनेत्रा पवार हो सकती हैं कैंडिडेट
अजित पवार इस बार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाने की तैयारी में हैं, जो सुप्रिया सुले से सीट छीनने की कोशिश करेंगी. बारामती लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पुरंदर के पूर्व विधायक विजय शिवतारे निर्दलीय चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं क्योंकि उनकी पार्टी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ सत्तारूढ़ सहयोगी हैं.


पिछले लगभग 10 दिन से, विजय शिवतारे बारामती लोकसभा सीट के लिए जोरदार कोशिश कर रहे हैं, जबकि यह स्पष्ट हो गया है कि सुनेत्रा पवार महा विकास अघाड़ी की संयुक्त उम्मीदवार सुप्रिया सुले के खिलाफ संभावित उम्मीदवार हैं. यह घोषणा करते हुए कि वह 'आम मतदाताओं की आवाज' उठाएंगे, विजय शिवतारे ने अजित पवार पर निशाना साधा और तर्क दिया कि 'बारामती के लोग यहां पवार की 'दादागिरी' से निराश हैं.'


विजय शिवतारे ने कही लोकतंत्र खत्म होने की बात
हताश विजय शिवतारे ने कहा, 'पहले इस पवार को वोट दें, फिर उस पवार को, अब कोई अपनी पत्नी को आगे बढ़ाना चाहता है. कल वे कहेंगे कि पवार के बेटे या बेटी को वोट दें. यहां लोकतंत्र खत्म हो गया है. पवार परिवार को कब तक और क्यों वोट देना चाहिए, क्या हमें हमेशा वोट देते रहना चाहिए?'


बताया जा रहा है कि शिवतारे के खराब मूड को ध्यान में रखते हुए, 14 मार्च की देर रात, एकनाथ शिंदे ने उन्हें अपने घर पर बुलाया, लेकिन जाहिर तौर पर विधायक ने उनकी बात नहीं सुनी. पुरंदर में प्रभाव का दावा करते हुए, विजय शिवतारे ने कहा, 'अगर मैं यहां के लोगों से कहूंगा कि वे पवार को वोट न दें, तो वे नहीं देंगे. इंदापुर या बारामती जैसे अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी यही स्थिति है. कोई भी उन्हें नहीं चाहता है और स्थानीय लोग अच्छे विकल्पों के लिए तरस रहे हैं.'


'यह ठाणे लिए विनाश का कारण बन सकता है' 
उन्होंने संसद और विधानसभा दोनों सीटों पर चार दशकों से अधिक समय तक बारामती पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए पवार की आलोचना की, और कहा कि बारामती शहर से परे बहुत कम विकास कार्य हुए हैं. घटनाक्रम से परेशान राकांपा के ठाणे प्रमुख आनंद पी. परांजपे ने चेतावनी दी कि यदि विजय शिवतारे बारामती में समस्या पैदा करने पर अड़े रहे, तो 'यह ठाणे में (शिवसेना) के लिए विनाश का कारण बन सकता है.' 


जानकारी के लिए बता दें कि ठाणे सीएम शिंदे का गृह जिला है. उनके बेटे और मौजूदा सांसद श्रीकांत शिंदे कल्याण लोकसभा से हैट्रिक बनाने की उम्मीद कर रहे हैं और परांजपे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं. बीजेपी ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है, जबकि राकांपा-सपा के किसी भी बड़े नेता ने बारामती में चल रहे नाटक पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.


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