(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Chunav 2024: 'कांग्रेस से जीरो से होगी बात', संजय राउत के बयान पर भड़के मिलिंद देवड़ा, दे डाली ये नसीहत
Milind Deora on Sanjay Raut: संजय राउत ने हाल ही में महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर अपनी राय रखी जिसके बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने भी इस पर जवाब दिया है.
Maharashtra News: इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) की सहयोगी कांग्रेस (Congress) और शिवसेना-यूबीटी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बयानबाजी चल रही है. यह बयानबाजी तब शुरू हुई जब शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव में 23 सीटों पर लड़ती आई है और कांग्रेस से जीरो से बात किया जाएगा. इसी पर अब कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री मिलिंद देवड़ा की कड़ी प्रतिक्रिया आई है.
मिलिंद देवड़ा ने कहा, ''संजय राउत जी के अनुसार, अपने 40 MLAs की हार के बावजूद शिवसेना यूबीटी महाविकास अघाड़ी में सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है. उनका सुझाव है कि कांग्रेस को शून्य सीटों से शुरुआत करते हुए बातचीत शुरू करनी चाहिए. वह उस पार्टी के बारे में बात कर रहे हैं जो महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और विपक्ष का नेतृत्व कर रही है. मैं संजय राउत को बताना चाहता हूं कि कोई भी गठबंधन महाराष्ट्र के स्थानीय नेतृत्व से परामर्श के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है. यह विचार AICC द्वारा भी समर्थित और समर्थित है.''
हमारी कांग्रेस आलाकमान से चल रही बात- संजय राउत
दरअसल, संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''ये महाराष्ट्र है. महाराष्ट्र में शिवसेना है. शिवसेना मतलब महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. उनके राष्ट्रीय नेताओं से हमारी बातचीत चल रही है. चाहे राहुल जी हों या सोनिया जी, मल्लिकार्जुन खरगे जी या केसी वेणुगोपाल जी से बातचीत चल रही है. हमारी और उद्धव ठाकरे की उनसे बातचीत चल रही है. कौन कितने पर लड़ेगा यह बात दिल्ली में तय होगी.''
कांग्रेस से जीरो से बात करनी है- संजय राउत
राउत ने आगे कहा, ''हम हमेशा 23 सीटों पर लड़ते आए हैं. हमारी सीटें कायम रहे. जब हम पहली बार बैठे थे तो तय हुआ था कि हमने और एनसीपी ने जो सीटें जीती हैं, उनपर बाद में बात करेंगे. कांग्रेस ने महाराष्ट्र में कोई सीट नहीं जीती है और कांग्रेस से महाराष्ट्र में जीरो से बात करनी है. फिर भी कांग्रेस हमारे लिए महाविकास अघाड़ी में एक महत्वपूर्ण साथी है. हम तीनों पार्टी मिलकर काम करेंगे. हमें कोई तकलीफ नहीं है और न कांग्रेस के हाईकमान को तकलीफ है. बाकी के लोग क्या बोलते हैं उसपर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.''