Maharashtra News: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी होने के बावजूद महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाविकास अघाड़ी और महायुति (Mahayuti) के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है. जो हालत महाविकास अघाड़ी के नेताओं की है वही स्थिति सत्ताधारी महागठबंधन की बन गई है. इन सबके के बीच चर्चा है कि ये सारे फैसले अब दिल्ली के जिम्मे आ गए हैं क्योंकि मुंबई से यह फैसला नहीं हो पा रहा है.


चूंकि वरिष्ठ नेताओं से भी उम्मीदवारी को लेकर कोई संकेत नहीं मिल रहा है, इससे साफ है कि महागठबंधन में जबरदस्त खींचतान चल रही है. बीजेपी की पहली लिस्ट आने के बाद माढा में विवाद चरम पर पहुंच गया है. वहीं अमरावती सीट भी बीजेपी के लिए सिरदर्द बनी हुई है. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा अमरावती लोकसभा से नवनीत राणा की उम्मीदवारी के संकेत देने के बाद अब वहां भी स्थानीय बीजेपी नेता उनके खिलाफ हो गए हैं.


अमरावती में नवनीत राणा की उम्मीदवारी पर विरोध
इसलिए भले ही बीजेपी नेता नवनीत राणा को अमरावती में कमल के निशान से उतारने की योजना बना रही हो लेकिन स्थानीय स्तर पर इसका कड़ा विरोध हो रहा है. सोलापुर में भी बीजेपी के लिए उम्मीदवारी तय करने में चुनौती खड़ी हो गई है. यह तय है कि बीजेपी सोलापुर उम्मीदवार बदलेगी. हालांकि, यह दरार सुलझ नहीं पाई है क्योंकि उम्मीदवार तय करने को लेकर स्थानीय नेताओं के बीच मतभेद हैं.


शिंदे गुट की सीट पर एनसीपी का दावा
हालांकि  महागठबंधन में नासिक की सीट शिंदे गुट की है, लेकिन उस सीट पर बीजेपी और अजित पवार की एनसीपी ने भी दावा किया है. यह स्थिति रामटेक कोल्हापुर और रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्रों में भी देखी गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा के लिए बीजेपी की ओर से नारायण राणे के नाम पर मुहर लगा दी गई है. हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है.


इन सीटों पर बीजेपी और एनसीपी दोनों कर रही दावा
दूसरी ओर, बीजेपी और एनसीपी ने धाराशिव, गढ़चिरौली, सतारा सीटों पर दावा किया है, जिससे भी परेशानी बढ़ गई है. यवतमाल वाशिम में भावना गवली का भी विरोध हो रहा है.  इसलिए बीजेपी नेता डिप्टी सीएम फडणवीस के फैसले पर नजर टिकाए हुए है. 


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